यूपी विधान परिषद उपचुनाव पर अखिलेश यादव का ऐलान
खाली सीटों पर नहीं उतारेंगे सपा प्रत्याशी
11 अगस्त को होगी वोटिंग
यूपी डेस्क: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी विधान परिषद की दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में पहले ही हार मान ली है। सपा इन दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी, क्योंकि सपा के पास इन सीटों को जीतने के लिए पर्याप्त वोट ही नहीं हैं, जिसके चलते अखिलेश यादव ने इन सीटों पर प्रत्याशी ना खड़े करने का फैसला किया है। जल्दी ही वह अपने इस फैसले का ऐलान करेंगे।
इन दोनों की सीटों पर भाजपा की जीत तय मानी जा रही है। भाजपा नेताओं के अनुसार, पार्टी के नेताओं के अलावा सपा से नाता तोड़ने वाले सुभासपा के मुखिया ओपी राजभर भी अपने बेटे अरविंद राजभर को विधान परिषद भेजने के जुगाड़ में लगे हैं। जल्दी भी भाजपा का शीर्ष नेतृत्व विधान परिषद ही इन दोनों सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा कर देगा।
यूपी विधान परिषद में 8 सीटें खाली
गौरतलब है कि यूपी विधान परिषद में आठ सीटें खाली हैं। इनमें से 6 सीटों पर सदस्यों का राज्यपाल करेंगे और दो सीटों पर उपचुनाव होगा। वहीं, जिन दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, इसमें एक सीट सपा नेता अहमद हसन के निधन और दूसरी सीट भाजपा के ठाकुर जयवीर सिंह के विधायक चुने जाने के बाद रिक्त हुई है।
11 अगस्त को होगी वोटिंग
वहीं, इन दोनों सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो चुकी है और 11 अगस्त को वोटिंग होनी है। वहीं, एक सीट पर जीत के लिए 200 वोटों की जरूरत है। अपने संख्या बल के आधार पर भाजपा इन दोनों सीटों पर भी काबिज होने जा रही है। इसके चलते ही सपा इन सीटों पर प्रत्याशी ना उतारने का फैसला किया है और जल्दी ही पार्टी इसकी घोषणा करेंगी।