लखनऊ में सपा विधायक किए गए नजरबंद
विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन की थी तैयारी
अखिलेश यादव के घर पर पुलिस का पहरा
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी की ओर से धरना देने के ऐलान के बाद आज सपा विधायकों को नजरबंद कर दिया गया है। उनके आवास के बाहर फोर्स तैनात कर दी गई है। विधानमंडल सत्र से पहले समाजवादी पार्टी के विधायकों के प्रदर्शन के चलते सपा कार्यालय पर भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के घर को भी पुलिस ने घेर रखा है। विधायक रविदास मेहरोत्रा की ओर से बताया गया कि समाजवादी पार्टी ने आज विधानसभा पर धरना का कार्यक्रम तय किया था। ये धरना शांतिपूर्ण धरना था मगर प्रदेश सरकार तानाशाही से इस धरने को दबाने का काम कर रही है।
मानसून सत्र से पहले समाजवादी पार्टी ने महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, किसानों आदि की समस्याओं को लेकर सपा विधायकों को चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन करना था। प्रदर्शन से पहले ही सपा विधायकों के घर के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। सपा का आरोप है कि विधायकों को घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है। पार्टी ने इसकी घोर निंदा की है। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा कि योगी जी आप पुलिस और सत्ता के बल तथा तानाशाही करके जनहित के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन करने वाले विपक्षी विधायकों ,कवरेज करने वाले मीडिया बंधुओं को तो रोक सकते हैं लेकिन कल को जब जनता का हुजूम सड़कों पर उतरेगा तो आप क्या करेंगे। विपक्ष जनता की आवाज है ,जनता की आवाज मत दबाइए।
दरअलसा, 19 सितंबर से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। जिसे लेकर समाजवादी पार्टी ने रणनीति के तहत तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए 14 सितम्बर से लेकर 19 सितम्बर तक धरना प्रदर्शन का ऐलान किया था। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए सभी को नजरबन्द कर दिया। जिसके बाद अखिलेश यादव ने अपने सभी विधायकों को साढ़े 10 बजे तक पार्टी पहुंचने का निर्देश दिया, जहां से वह पैदल मार्च निकालने वाले थे। लेकिन इस विरोध प्रदर्शन के शुरू होने से पहले ही सपा विधायकों को उनके घरों में कैद कर दिया गया है।
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