वीर सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर नया विवाद
राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
उद्धव ठाकरे ने भारत जोड़ो यात्रा का निमंत्रण ठुकरा
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में वीर सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोगी दल उद्धव गुट ने सावरकर को अंग्रेजों का एजेंट बताने की राहुल की टिप्पणी को नामंजूर कर दिया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है कि ऐसा बयान हमें स्वीकार नहीं है। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे राहुल गांधी की शेगाव में होने वाली आज की रैली का निमंत्रण भी ठुकरा दिया है।
राहुल के खिलाफ मुकदमा दर्ज
उधर भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट ने वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी की टिप्पणी पर तीखा विरोध जताया है। इस बीच शिंदे गुट की ओर से वंदना सुहास डोंगरे ने वीर सावरकर के खिलाफ की गई राहुल की टिप्पणियों के संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी ने स्वतंत्रता सेनानी को बदनाम करने के साथ ही स्थानीय लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 500 और 501 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
राहुल गांधी ने क्या की थी टिप्पणी
भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वीर सावरकर को एक बार फिर अंग्रेजों का एजेंट बताया था। राहुल का कहना था कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर कहा था कि सर मैं आपका नौकर बने रहना चाहता हूं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सावरकर की चिट्ठी भी दिखाई थी। इससे पहले जनजातीय दिवस पर अपने संबोधन के दौरान भी राहुल ने वीर सावरकर पर हमला बोला था। राहुल गांधी की इन टिप्पणियों को लेकर महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है।
राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और शिंदे गुट ने साफ तौर पर कहा है कि राहुल की टिप्पणियों को स्वीकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी मुश्किल की बात यह है कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन में कांग्रेस के सहयोगी उद्धव गुट ने भी राहुल गांधी की टिप्पणियों को अस्वीकार कर दिया है।
भारत जोड़ो यात्रा रोकने की मांग
उधर बालासाहेब की शिवसेना के लोकसभा में संसदीय दल के नेता राहुल शेवाले ने राज्य सरकार से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा रोकने की मांग की है। शेवाले ने इस मांग के जरिए कांग्रेस के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी है। सियासी जानकारों का मानना है कि महाराष्ट्र में वीर सावरकर के खिलाफ टिप्पणी करके राहुल ने कांग्रेस के लिए नई मुश्किलें पैदा कर दी हैं।