गोरक्षनगरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रुद्राभिषेक किया
जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनीं
किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा
जमीन कब्जा करने वाले माफियाओं की खैर नहीं
(उत्तरप्रदेश डेस्क) गोरक्षनगरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को रुद्राभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने देवाधिदेव भगवान शिव से संपूर्ण विश्व के कल्याण, उद्धार, समृद्धि एवं शांति के लिए प्रार्थना की। बता दें कि खिचड़ी मेला को लेकर इन दिनों सीएम योगी गोरखपुर में हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को रुद्राभिषेक करने के बाद जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनीं।
उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि किसी को भी परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का त्वरित और संतुष्टिपरक समाधान कराया जाएगा। रविवार को मकर संक्रांति पर गुरु गोरखनाथ को आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकमंगल की कामना की थी। सोमवार को भी उनकी दिनचर्या प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की मंगलकामना से शुरू हुई। इस निमित उन्होंने गन्ने के रस से रुद्राभिषेक कर देवाधिदेव महादेव से जनकल्याण की प्रार्थना की। रुद्राभिषेक का अनुष्ठान मठ के प्रथम तल पर स्थित शक्ति मंदिर में सम्पन्न हुआ।
रविवार को मकर संक्रांति पर गुरु गोरखनाथ को आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकमंगल की कामना की थी। सोमवार को भी उनकी दिनचर्या प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की मंगलकामना से शुरू हुई। इसी क्रम में उन्होंने गन्ने के रस से रुद्राभिषेक कर देवाधिदेव महादेव से जनकल्याण की प्रार्थना की। रुद्राभिषेक का अनुष्ठान मठ के प्रथम तल पर स्थित शक्ति मंदिर में सम्पन्न हुआ।
रुद्राभिषेक अनुष्ठान के बाद मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर परिसर महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंचे और करीब 300 फरियादियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। कुर्सियों पर बैठाए गए फरियादियों तक वह खुद गए और बड़े इत्मीनान से एक-एक कर सबकी बात सुनी। सबको आश्वस्त किया कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। हर समस्या का जल्द से जल्द गुणवत्तापूर्ण समाधान होगा। कई फरियादी गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे।
मंदिर के 11 आचार्य अरविंद त्रिपाठी व आचार्य रामानुज के नेतृत्व में मंत्रोच्चार करने के लिए बैठे थे। मंत्रोच्चार के बीच रुद्राभिषेक शुरू किया गया। रुद्राभिषेक के लिए दूध, आम्र रस, गन्ने का रस के अलावा अन्य कई फलों का रस रखा गया था। सुबह सात 7 बजे से 9 बजे तक रुद्राभिषेक किया गया। उसके बाद हवन किया गया।