सीएम गहलोत पढ़ने लगे थे पिछले साल का बजट
भगवान करें कि किसी से ऐसी गलती न हो
राजस्थान में ‘बजट लीक’ हो गया
राजस्थान डेस्क: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट भाषण की शुरुआत में पुराने बजट से कुछ लाइनें पढ़े जाने के मुद्दे पर चुटकी ले ली। इस मुद्दे पर शुक्रवार को लोकसभा में कटाक्ष करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, “भगवान करें कि किसी से ऐसी गलती न हो।” सीतारमण ने लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए यह बात कही। वित्त मंत्री के जवाब के दौरान जब कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और गौरव गोगोई ने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम का मुद्दा उठाया तब निर्मला सीतारमण ने ये तंज कसा।
विधानसभा में बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थोड़ी देर के लिए रुक गए. ऐसा लगा कि एक पेज पढ़ने के दौरान छूट गया। इस पर विपक्ष के नेता राजेंद्र राठौर ने कुछ टिप्पणियां की। जिस पर स्पीकर ने आपत्ति जताई।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बजट विवाद पर कहा कि बजट बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है और मैं जब मुख्यमंत्री थी तो दो-तीन बार बजट को पढ़ती थी। उन्होंने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि जो मुख्यमंत्री इतने बड़े डॉक्यूमेंट में लापरवाही कर सकता है, आप समझ सकते हैं कि उसके राज में प्रदेश कितना सुरक्षित है?
बीजेपी के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले साल का बजट भाषण पढ़ दिया और यह इसलिए हुआ क्योंकि कांग्रेस झूठे वादों की सौदागर है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने बजट पर काम ही नहीं किया। पढ़ने के बाद भी उनको ध्यान में नहीं आया कि पिछला बजट पढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता इनको पहले ही समझ चुकी है कि उनके साथ धोखा हुआ है. यहां जंगलराज व्याप्त है, भ्रष्टाचार है। कितना भी स्पंज कर ले, लेकिन यह बात लोगों के दिमाग में बैठ चुकी है। इतिहास में किसी भी मुख्यमंत्री ने पिछले साल का बजट कभी भी नहीं पढ़ा है. उनको जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए कि हमसे गलती हो गई कि हमने बजट बनाने में कोई दिमाग नहीं लगाया।
हंगामे के कारण अध्यक्ष को सदन से बाहर जाना पड़ा और आधे घंटे के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. वहीं विपक्ष सदन के वेल में ही बैठा है। उसका आरोप है कि बजट लीक हो गया है. सीएम पुराना बजट ही पढ़ रहे थे। ये राजस्थान के बजट इतिहास में एक बड़ी भू
बता दें कि राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शुक्रवार को बजट भाषण की शुरुआत में पुराने बजट से कुछ पंक्तियां पढ़े जाने को लेकर भाजपा के विधायकों ने हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार के लिए स्थगित करनी पड़ी। बहरहाल, मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा घटना पर ‘खेद’ जताए जाने के बाद सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू हुई और गहलोत ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश किया।