जातिगत सर्वे कराने का लगा है आरोप
गुरुवार को जारी किया गया समन
सर्वे में दावा किया गया कि योगी सरकार जातिवादी
नेशनल डेस्क: आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह को जातिगत सर्वेक्षण कराने के आरोप में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने से समन जारी किया गया है। पुलिस सूत्रों ने गुरूवार को बताया कि जातिगत सर्वे कराने पर संजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था जिस पर राजद्रोह की धारा बढ़ाई गयी है। उन्हे 20 सितम्बर को 11 बजे थाने में पेश होने को कहा गया है।
गौरतलब है कि पिछली एक सितम्बर को राज्य सरकार ने जाति आधारित सर्वे करवाने वाले संगठन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी जबकि अगले दिन आप नेता ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुआ दावा किया था कि सर्वे में यूपी के 63 फीसदी लोगों ने माना है कि योगी सरकार जातिवादी है।
उल्लेखनीय है कि जाति के आधार पर लोगों को की गई फोन कॉल्स को लेकर हजरतगंज कोतवाली में संजय सिंह पर एफआईआर दर्ज की गई थी। लखनऊ पुलिस के अनुसार, गुरुवार को आप सांसद संजय सिंह के नई दिल्ली के नार्थ एवेन्यू स्थित आवास के पते पर नोटिस सर्व करा दिया गया है। अगर वे उपस्थित नहीं होते हैं तो पुलिस दंडात्मक कार्रवाई करेगी।
क्या है मामला
पिछले दिनों लखनऊ समेत कई जिलों में लोगों को फोन कॉल करके जातिगत सर्वे कराया गया था, जिससे हड़कंप मच गया था। बाद में संजय सिंह ने अपनी पार्टी की तरफ से सर्वे कराने की जिम्मेदारी ली थी। शासन के आदेश पर संजय सिंह के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। अब इसी मामले में गुरुवार को राजद्रोह की धारा के साथ 41ए जोड़कर समन जारी किया गया है, जिसमें पुलिस ने संजय सिंह को 20 सितंबर को पेशी पर बुलाया है।
जारी किए थे जातिगत आंकड़े
बता दें पिछले दिनों यूपी प्रभारी संजय सिंह ने जातिगत सर्वे के नतीजे जारी किए थे। उन्होंने बताया कि 68 हजार लोगों को फोन करके ये सर्वे किया गया था। सर्वे के नतीजों में यह दावा किया गया है कि 63 फीसदी लोगों ने यह माना है कि योगी सरकार जातिवादी है, जबकि 28 फीसदी लोग ऐसा नहीं मानते हैं। 9 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी कोई राय जाहिर नहीं की है।