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शरद पवार की पीएम मोदी से अपील, CBI-ED की कार्रवाई पर उठाए सवाल

  • एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की पीएम मोदी से अपील 

  • शरद पवार पहले भी उठा चुके हैं ये मुद्दा 

  • चिट्ठी में सीबीआई-ईडी की कार्रवाई पर उठाए गए सवाल

National Desk: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर इन दिनों सियासी हंगामा बरपा हुआ है। सिसोदिया को सीबीआई ने शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार किया है। सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी लगातार इसे केंद्रीस एजेंसियों को दुरूपयोग करार दे रही हैं। उन्हें इस मामले में देश के बड़े विपक्षी नेताओं का समर्थन भी मिला है।

जांच एजेंसियों के गलत इस्तेमाल को लेकर रविवार को 9 विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा था। एनसीपी सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने आज प्रधानमंत्री से इस खत पर ध्यान देने की अपील की है। पवार भी उन 9 विपक्षी नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने पीएम मोदी को भेजे गत खत में हस्ताक्षर किया है।

पवार पहले भी उठा चुके हैं ये मुद्दा 

पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार इससे पहले भी जांच एजेंसियों के गलत इस्तेमाल का मुद्दा उठा चुके हैं। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और शिवसेना (उद्धव गुट) नेता संजय राउत की गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। पवार ने कहा था कि सत्ता का दुरूपयोग कैसे किया जा सकता है इसका सबसे बड़ा उदाहरण देशमुख और संजय राउत की गिरफ्तारी है। तब उन्होंने कहा था कि वो इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे।

चिट्ठी में सीबीआई-ईडी की कार्रवाई पर उठाए गए सवाल 

प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गए खत में विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से सीबीआई और ईडी द्वारा की गई कार्रवाईयों पर सवाल उठाया है। लेटर में कहा गया कि यूपीए सरकार के दौरान इतने वर्षों में 112 रेड ईडी द्वारा की गई थी, जबकि मोदी सरकार के दौरान 3 हजार से अधिक रेड की गई है।

उन्होंने एक हालिया रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि ईडी ने जितने भी मुकदमे दर्ज किए उसका कनविक्शन रेट मात्र 0.05% है। मतलब कोर्ट में लगभग मुकदमे फर्जी साबित हुए। खत में आगे कहा गया कि 2014 से अब तक सीबीआई ने जितने भी मुकदमे दर्ज किए हैं, उनमें 95 प्रतिशत केवल विपक्षी नेताओं के खिलाफ हुए हैं। राज्यपाल राज्य सरकारों के काम में लगातार दखल दे रहे हैं। यह सब लोकतंत्र के लिए गलत संकेत हैं।

इन नेताओं ने किया था हस्ताक्षर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे खत में जिन 9 विपक्षी नेताओं के हस्ताक्षर थे, वो हैं – एनसीपी चीफ शरद पवार, पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी, पंजाब सीएम भगवंत मान, तेलगांना सीएम केसीआर, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम अखिलेश यादव और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे। हालांकि, इस खत से सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस, डीएमके और लेफ्ट पार्टियों ने दूरी बनाई रखी।

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