- जम्मु कश्मीर में राजनीतिक सलाहारों की नियुक्ति
- सभी दलों के लोगों को किया जा सकता है शामिल
- जनता में सरकार का विश्वास बढ़ाने की कवायद
नेशनल डेस्क: जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जल्द ही एक बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। मनोज सिन्हा लगभग एक दर्जन राजनीतिक सलाहकार नियुक्त कर सकते हैं। इन सलाहकारों की नियुक्ति पीडीपी, नेशनल कांफ्रेस समेत राज्य में सक्रिय सभी दलों के लोगों को मिलाकर होगी।
कयास लगाया जा रहा है कि उपराज्यपाल के राजनीतिक सलाहकारों का काम पूरी तरह से एक मंत्रीमंडल के रूप में होगा। जिनमें सभी सलाहकार अपने-अपने विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगे। बताया जाता है कि मनोज सिन्हा की असली चुनौती सभी राजनीतिक दलों को इसके लिए तैयार करने की होगी।
जनता और राजनीतिक दलों के बीच पैदा होगा विश्वास
राज्य में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए सीटों के परिसीमन और उसके बाद विधानसभा चुनाव का इंतजार नहीं किये जाने की उम्मीद है। सियासी गलियारे में इस प्रयोग को न सिर्फ उपराज्यपाल मनोज सिंहा को केंद्र सरकार या भाजपा के प्रतिनिधि की छवि से बाहर निकालेगा बल्कि जनता और राजनीतिक दलों के बीच भी विश्वास भी पैदा करेगा। इन सलाहकारों की पूरी रिपोर्टिग उपराज्यपाल को होगी। यानी एक तरह से यह लोकतांत्रिक सरकार की तरह काम करेगा।