बमबाजी मामले में 11 छात्रों को गिरफ्तार
यूट्यूब से सीखते थे बम बनाने की प्रक्रिया
एसएसपी शैलेश पांडे ने स्कूल टीचर और गार्जियन से की अपील
Prayagraj: प्रयागराज में तांडव, माया, और टशन नाम से ग्रुप बनाकर स्कूल के बाहर बम फोड़ने के मामले में पुलिस ने 11 छात्रों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से 10 नाबालिग और एक बालिग छात्र शामिल है। स्कूली छात्रों के बीच गैंगवार को आपने अब तक फिल्मों ही देखा होगा, लेकिन संगम नगरी में तो स्कूली लड़के बकायदा गैंग बनाकर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं और वो भी बम से।
प्रयागराज में बमबाजी की घटनाओं में कई लड़के गिरफ्तार
दरअसल, पिछले दिनों प्रयागराज में बमबाजी की कई घटनाओं के बाद पुलिस छानबीन में स्कूली गैंग तांडव, माया, इमोर्टल सहित कई ग्रुपों के बारे में पता चला था। कई लड़के गिरफ्तार भी किए गए। पिछले तीन दिन में बिशप जानसन स्कूल समेत तीन जगहों पर बमबाजी के बाद सक्रिय पुलिस ने कान्वेंट स्कूलों के 11 छात्र पकड़े जिनमें 10 लड़के नाबालिग हैं। इन छात्रों के कब्जे से घटना में शामिल दो स्कूटी, 10 मोबाइल और बम बरामद हुआ है। गिरफ्तारी के बाद सभी को कोर्ट में पेश किया और फिर उन्हें नैनी जेल और बाल सुधार गृह भेज दिया गया।
एसएसपी ने बालिग अभियुक्त को किया पेश
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बालिग अभियुक्त सुधांशु मिश्रा को मीडिया के सामने पेश कर बताया कि बिशप जानसन स्कूल में 12वीं का छात्र है। और इमोर्टल गैंग का सदस्य हैं। इस गैंग में ब्वायज हाईस्कूल और महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर के कई छात्र शामिल हैं, जिसमें से 10 को गिरफ्तार किया गया है। इसी गैंग के छात्रों ने अलग-अलग स्कूल के गेट पर बमबाजी करके दहशत फैलाई थी। बमबाजी का उद्देश्य विरोधी गैंग तांडव और माया पर प्रभाव जमाते हुए उन्हें कमजोर दिखाना था।
पूछताछ में पता चला कि गैंग को इंस्टाग्राम पर बनाया था और उसी पर गतिविधियों का संचालन करते थे। तीन दिन पहले आइसीएसई का रिजल्ट आया था, जिसमें गिरफ्तार छात्र सुधांशु को 51 फीसद नंबर मिला है। यह भी पता चला है कि सोमवार को बीजेएस के बाहर हुई बमबाजी में वह शामिल था और स्कूल से बंक मारा था। अपनी ही स्कूटी से दो साथी छात्रों के साथ स्कूल के पास पहुंचकर उसने बमबाजी की थी।
लड़के और लड़कियों की गैंग के चल रहे कई व्हाट्सएप व इंस्टाग्राम ग्रुप
गौरतलब है कि संगम नगरी प्रयागराज में इस प्रकार से अनेकों गैंग छात्रों का चल रहा है जिसमें लड़के और लड़कियों का अलग-अलग व्हाट्सएप इंस्टाग्राम ग्रुप है। इसमें ग्रुप से जुड़े लोग मारपीट बम बाजी गोली चलाने का बकायदा वीडियो बनाते हैं और उसे ग्रुपों में अपडेट करते हैं इन सभी ग्रुपों का मकसद एक दूसरे को नीचा दिखाना और वर्चस्व जमाना है गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि एक ग्रुप में 15 से लेकर 300 तक छात्र सम्मिलित हैं और सोशल मीडिया और सक्रिय हैं।
यूट्यूब से सीखते हैं बम बनाने की प्रक्रिया
पूछताछ में पता चला है कि यूट्यूब से बम बनाने की प्रक्रिया को सीखते हैं। इसके साथ ही कई अन्य गतिविधियों को भी सोशल मीडिया के माध्यम से सीख कर प्रयोग करते हैं। बम बनाने का सामान भी इन्हें आसानी से मिल जाता है, जिसे मिनटों में तैयार कर दहशत फैलाने के लिए स्कूल गेट बाजार सुनसान इलाका कहीं पर भी चलती गाड़ी से और कर वीडियो बनाते हैं और उसे सोशल मीडिया पर अपडेट करते हैं। फिलहाल अभियुक्तों के गिरफ्तारी के बाद पुलिस अन्य छात्रों की तलाश में जुटी हुई है।
एसएसपी शैलेश पांडे ने स्कूल टीचर और गार्जियन से की अपील
एसएसपी शैलेश पांडे ने स्कूल टीचर और गार्जियन से अपील किया कि छात्रों की बकायदा काउंसलिंग और उनके सोशल मीडिया अकाउंट और व्हाट्सएप मोबाइल को भी चेक किया जाए ताकि देश के भविष्य गलत रास्ते पर ना जा सके।