नाइजीरिया में तीन माह से बंधक हैं 16 भारतीय
सरकार से लगाई मदद की गुहार
तेल चोरी करने का लगाया आरोप
यूपी डेस्क: नाइजीरिया में मर्चेन्ट नेवी के असिस्टेंट अधिकारी कानपुर गोविंदनगर निवासी रोशन अरोड़ा व अन्य 16 भारतीय समेत 26 लोगों को पश्चिम अफ्रीका के न्यू गिनी देश की मर्चेन्ट नेवी द्वारा तीन माह से बंधक बनाकर रखा गया है। इनमें रोशन के साथ 16 भारतीय, 6 श्रीलंका और पोलैंड व फिलीपींस के 1-1 व 2 अन्य मर्चेन्ट नेवी के अधिकारी भी गये थे।
रोशन के परिजनों को इस बात की जानकारी तब हुई जब बेटे ने उन्हें इसकी जानकारी दी। परिजनों का कहना है कि रोशन और उसकी टीम पर तेल चोरी करने का फर्जी आरोप नाइजीरियन नेवी ने लगाया है। परिजनों ने भारत सरकार से बेटे को मुक्त कराने की मांग की है। तो वही रोशन के पिता व माता ने भावुक होते हुए प्रधानमंत्री से गुहार लगाते होए कहा है कि बचा लो मेरे बेटे को..।
मर्चेन्ट नेवी में असिस्टेंट ऑफिसर है कानपुर के मनोज अरोड़ा
कानपुर के गोविंदनगर लेबर कॉलोनी निवासी मनोज अरोड़ा का बेटा रोशन ( 28 ) मर्चेन्ट नेवी में असिस्टेंट ऑफीसर है। वह तीन साल से मर्चेन्ट नेवी में ट्रेनिंग कर रहा है। 8 अगस्त को रोशन हीरोइक इदुन कम्पनी के जरिये कच्चा तेल लोड करने के लिए नाइजीरिया गया था। उसके समेत टीम में 16 भारतीय, 6 श्रीलंका और पोलैंड व फिलीपींस के 1-1 व 2 अन्य मर्चेन्ट नेवी के अधिकारी भी गये थे।
रोशन के पिता ने दी जानकारी
रोशन के पिता ने बताया की फोन पर उसने बताया था कि उसकी पूरी टीम को गिनी देश की नेवी ने तेल चोरी के आरोप में पकड़ लिया और अब वह उन्हें नाइजीरियन नेवी के हवाले करने वाले हैं। उसने बताया कि नाइजीरिया में उन लोगों को माल लोड करने के लिए तीन दिन के बाद का समय मिला था, जिसकी जानकारी अधिकारियों को दी तो उन्होंने शिप वापस ले आने का आदेश दिया था। वह लोग शिप वापस लेकर आ रहे थे, तभी रास्ते में गिनी देश के मर्चेन्ट नेवी के अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया। गिनी देश की मर्चेन्ट नेवी ने 15 अधिकारियों को मालाबों में कैद कर रखा है, जबकि 11 लोग जहाज में ही नजरबंद हैं। वह मालाबों में कैद है।
नाइजीरिया में इन जगहों के फंसे भारतीय
रोशन के पिता के अनुसार नाइजीरिया में फंसे भारतीयों में उनके बेटे के अलावा देहरादून, अंबाला, कर्नाटक के लोग भी फंसे हैं। दुखी पिता ने सरकार से मांग की है कि उनके बेटे को नाइजीरिया से लाने में मदद की जाये।
सरकार से लगाई मदद की गुहार
वहीं, कमरे में कैद कैप्टन अनुज मेहता ने वीडियो जारी कर भारत सरकार से मदद की गुहार की है। उन्होंने कहा कि जहाज से हमारे 15 लोगों को उतारकर इक्वेटोरियल गिनी के मलाबों में डिटेक्शन एक जेल जैसी जगह पर लाकर रखा गया है। हमारे पास खाने-पीने के लिए कुछ नहीं है। कोई बिस्तर नहीं है। हमें यहां अंदर बंद रखा गया है। बाहर जाने की अनुमति नहीं है। हम आपसे विनती करते हैं कि हमारी मदद करें। हमारा परिवार चाहता हैं कि हम उनके पास जाएं। भारत सरकार से हमारी विनती है,वह हमारी मदद करें, वही हमारी मदद कर सकते हैं। हमें घर सुरक्षित लाएं।