राहु-केतु की खराब दशा
ज्योतिष विज्ञान में ग्रहों व काफी प्रभाव बना रहता है। यदि ग्रह अच्छी दिशा में हो तो आपका जीवन सफल हो सकता है वहीं यदि आपके ग्रह बुरी स्थिति में हो तो यह आपका जीवन खराब कर सकता है। दो क्रूर ग्रह राहु-केतु का नाम सुनते ही लोग डर जाते है क्योंकि इन ग्रहों का प्रभाव यदि किसी पर पड़ जाए तो बड़ी से बड़ी परेशानियां खड़ी हो सकती है। तो चलिए जानते है यदि आपकी कुंडली मे इन छाया ग्रहों राहु व केतु का प्रभाव हो तो क्या करें….
राहु के दुष्परिणाम कैसे करें कम:
यदि आप राहु की स्थिति को प्रबल करना चाहते है तो आपको चाहिए कि शिवलिंग पर जलाभिषेक करें व हर रोज ओम नमः शिवाय का जाप करके शिव चालीस का पाठ करे लाभ होगा।
ज्योतिष विज्ञान के अनुसार राहु को यदि आप मजबूत करना चाहते है तो सरसों, उड़द की दाल, राई व गर्म कपड़े आदिची जों का शनिवार के दिन दान करें तो शुभ होता है।
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शनिवार के दिन आप काले कुत्ते को मीठी रोटियां खिलाते है तो कार्य मे आ रही अड़चने दूर होंगी व राहु ग्रह मजबूत हो जाएगा।
सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए आज राहु के बीज मंत्र ‘ओम भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः’ का हर रोज एक माला जाप करें।
केतु के दुष्प्रभाव को करें कम:
जिन लोगों की कुंडली मे केतु ग्रह की स्थिति अच्छी नही होती है उन लोगों को 18 शनिवार तक व्रत रल्हन व पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं, जिससे कि आपको बेहतर परिणाम प्राप्त हो सके।
आप किसी ज्योतिष की सलाह के अनुरूप लहसुनिया रत्न धारण करें, ऐसा करने से आपका केतु दोष का निवारण हो सकता है। लेकिन अगर आप इस रत्न को धारण करने में असमर्थ है तो संघीय या गोदंत भी धारण कर सकते है।
दान करना भी एक उपाय ही होता है यदि आप केतु के प्रभाव को कम करना चाहते है तो काजल, मूली व तेल जैसी वस्तुओं का दान करें। याद रहे यह दान केवल रविवार के दिन ही करें।