चन्द्रग्रहण 2022:
16 मई को चन्द्रग्रहण लगने वाला है। धार्मिक मान्यता के अनुसार ग्रहण का भी विशेष महत्व रहता है। इसलिए ग्रहण काल को अशुभ माना जाता है। सूतक की वजह से इस दौरान कोई भी धार्मिक या फिर शुभ कार्य नहीं किया जाता है इसलिए इस दौरान कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद आवश्यक होता है। चन्द्र ग्रहण के समय हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं आइए जानते है:
• ग्रहण काल के दौरान ना तो भगवान की मूर्तियों को छुए ना ही किसी तरह का कोई शुभ कार्य करें।
• इस समय तुलसी के पौधे को ना छुए।
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• ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए ध्यानादि करें।
• ग्रहण से बारह घण्टे तथा चन्द्र ग्रहण से नौ घण्टे पूर्व से लेकर ग्रहण समाप्त होने तक भोजन नहीं करना चाहिए.
• गर्भवती महिलाएं,बुजुर्ग व बच्चों पर सूतक काल के नियम लागू नही होते है।
• गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में काटने, छीलने या सिलने का काम नहीं करना चाहिए.
• गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और सोना नहीं चाहिए.
• जब ग्रहण काल चल रहा हो भोजन ना करें।
• घर में पके हुए भोजन में सूतक काल लगने से पहले ही तुलसी के पत्ते डालकर रख देने चाहिए। इससे भोजन दूषित नहीं होता है।
• ग्रहण के समय तेल लगाना, जल पीना, बाल बनाना, कपड़े धोना और ताला खोलना जैसे कार्य ना करें।
• इस समय आप दान करेंगे तो काफी फायदा होगा।
• इस कला के दौरान आप अपने इष्टदेव के मंत्रों का जाप कर सकते हैं। मंत्र जाप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए.
• आप शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करते रहें. इससे चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभावों का असर नहीं पड़ेगा.
• जब ग्रहण ख़त्म हो जाए तो पुरे घर में गंगाजल से छिड़काव करें.
• पूरे घर में, मंदिर में व तुलसी के पेड़ तक गंगाजल से शुद्ध करें.
• ग्रहण खत्म हो जाने के बाद पितरों के नाम से भी दान करें.