जब शनि वक्री अवस्था मे हो तब जातक को वह कष्ट पहुंचाते है। शनि की उल्टी चाल में शनि दशा से जातकों को कष्ट का सामना करना पड़ता है।
शनि की चाल नवग्रहों में सबसे धीमी होती है। यही कारण है कि शनि राशि परिवर्तन ढाई साल में होता है। वर्तमान में शनि कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। 29 अप्रैल को शनि राशि परिवर्तन कर रहा है। और अब 5 जून 2022 को शनि वक्री अवस्था मे होंगे। शनि 141 दिन उल्टी चाल चलेंगे और 23 अक्टूबर को मार्गी होंगे। शनि वक्री होने से सभी राशियां प्रभावित होंगी। जानें इन राशियों के बारे में-
कर्क-
कर्क राशि वालों पर शनि की ढैय्या चल रही है। इसलिए इन्हें थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। इस दौरान आपके बनते काम बिगड़ सकते हैं। आर्थिक स्थिति में बदलाव हो सकता है। वाहन प्रयोग में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
मकर-
मकर राशि पर भी शनि की ढैय्या चल रही है इसलिए इस राशि वालों को वाणी पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। शनि वक्री का आपके करियर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। मेहनत में कमी आ सकती है। उच्चाधिकारियों के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं। गुस्से पर काबू रखना होगा।
कुंभ-
इन दिनों शनि आपकी राशि में गोचर कर रहे है, तथा 29 अप्रैल 2022 को शनि आपकी अपनी राशि मे प्रवेश कर चुके है। कुंभ राशि में ही शनि वक्री होंगे। इस दौरान आप किसी वाद-विवाद में न पड़ें। निवेश सोच-समझकर करें। विवाह आदि में बाधा आ सकती है।