महाराष्ट्र संकट में आज सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा
एकनाथ शिंदे की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी
बागी विधायकों और उनके परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग
National Desk: महाराष्ट्र में शिवसेना में हुई बगावत के बाद पैदा हुए राजनीतिक संकट का मसला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। इस मामले को लेकर आज सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर होंगी क्योंकि आज इस अहम मसले पर सुनवाई होनी है। शिवसेना में बगावत करने वाले विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में विधानसभा उपाध्यक्ष की ओर से जारी किए गए अयोग्यता के नोटिस और अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल का नेता जाने को चुनौती दी गई है।
इसके साथ ही याचिका में बागी विधायकों और उनके परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की गई है। शिंदे के साथ ही एक और बागी विधायक भरत गोगावले ने भी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस मामले में शिंदे की ओर से देश के मशहूर वकील हरीश साल्वे सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करेंगे जबकि अभिषेक मनु सिंघवी शिवसेना का पक्ष रखेंगे।
सुप्रीम कोर्ट में आज न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जेबी पार्डीवाला की अवकाशकालीन बेंच इस महत्वपूर्ण मामले की सुनवाई करेगी। बागी विधायकों की ओर से हरीश साल्वे तो शिवसेना की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी पैरवी के दौरान आमने-सामने होंगे। महाराष्ट्र विधानसभा उपाध्यक्ष की ओर से रविशंकर जंध्याला सुप्रीम कोर्ट में पक्ष रखेंगे।
बागी विधायकों और उनके परिजनों को मिल रही धमकियों का भी याचिका में उल्लेख किया गया है और सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की गई है।
याचिका में कहा गया है कि शिवसेना नेताओं की ओर से पार्टी कार्यकर्ताओं को लगातार भड़काया जा रहा है जिसकी वजह से कई स्थानों पर हमले और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं। याचिका में विधायकों की ओर से अभी तक शिवसेना की सदस्यता न छोड़ने का जिक्र भी किया गया है।