आरएसएस नेता से मारपीट का मामल
दो दरोगा समेत 6 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर
फर्जी मुकदमे में फंसाकर एनकाउंटर की दी थी धमकी
यूपी डेस्क: बरेली में आरएसएस के एक नेता को बंधक बनाकर पुलिस द्वारा पिटाई करने के मामले में आज शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की गई है। घटना के बाद आरएसएस नेता आर्येंद्र ने सुभाषनगर थाने में तहरीर दी थी। इस मामले में एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के निर्देश पर दो दरोगा समेत 6 अज्ञात पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इन पुलिसकर्मियों पर RSS नेता को बंधक बनाकर मारपीट करने का आरोप है। इससे पहले हंगामे और बवाल के बाद एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का कहना है कि एक युवक ने मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाया है।
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खबर के मुताबिक आरएसएस के मथुरा के जिला प्रचारक आर्येंद्र अपनी मां को देखने के लिए बाइक जिला अस्पताल जा रहे थे। वो पिछले कई दिनों से तबियत खराब होने की वजह से अस्पताल में भर्ती है। तभी सुभाषनगर थाना क्षेत्र के बदायूं रोड स्थित करगैना पुलिस चौकी के पास उनके पास अस्पताल से डॉक्टर का फोन आ गया। वो बाइक पर ही मोबाइल से बात कर रहे थे, तभी चौकी पर तैनात दारोगा अंकित कुमार भी पीछे से आ गया। आरएसएस नेता आर्येंद्र का आरोप है कि सुभाषनगर थाने में तैनात दरोगा ने उनके साथ अभद्रता की। विरोध करने पर आधा दर्जन पुलिस वालों को बुला लिया। उन्हें जबरन गाड़ी में डालकर एक खंडहर में ले गए। मारपीट करते हुए फर्जी मुकदमे में फंसाकर एनकाउंटर करने की धमकी दी।
आरएसएस नेता आर्येंद्र का आरोप है कि तीन घंटे तक उन्हें अपराधी की तरह बंधक बनाकर यातनाएं दी गईं। आरएसएस नेता के साथ हुई बदसलूकी के बाद संघ के लोगों ने करगेना पुलिस चौकी पर हंगामा कर दिया। देर रात पुलिस अधिकारियों ने दरोगा को वहां से हटा दिया। पीड़ित आरएसएस नेता ने पिटाई के बाद दोषी पुलिसकर्मियों को अपराधी करार देते हुए कहा कि उन्हें नौकरी में रहने का कोई हक नहीं है, उन्हें सरकार बर्खास्त कर दे।
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