अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा
पेलोसी की इस यात्रा से पहले चीन ने गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी
ताइवानी कंपनियों के खिलाफ चीन की बड़ी कार्रवाई
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर अमेरिका और चीन के बीच टकराव चरम पर पहुंच गया है। चीनी धमकियों को नजरअंदाज करते हुए पेलोसी मंगलवार की रात ताइवान पहुंच गईं। पेलोसी की इस यात्रा से पहले चीन ने गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी थी। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी इस बाबत अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को धमकी दी थी।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि पेलोसी की इस यात्रा की प्रतिक्रिया में चीन के 21 फाइटर प्लेन ताइवान की हवाई सीमा में घुस गए। चीन ने धमकी दी है कि पेलोसी की यात्रा के खिलाफ वह ताइवान में लक्षित सैन्य अभियान की कार्रवाई कर सकता है। चीन ने अमेरिका पर बड़ा हमला करते हुए यह भी कहा है कि पूरी दुनिया में शांति के लिए वह सबसे बड़ा खतरा है।
ताइवानी कंपनियों के खिलाफ चीन की बड़ी कार्रवाई
चीन के सीमा शुल्क के सामान्य प्रशासन के डाटा से पता चलता है कि कई ताइवानी कंपनियां जिनकी पंजीकरण स्थिति अपडेटेड है, वे भी प्रतिबंध से प्रभावित हुई हैं। फोकस ताइवान के मुताबिक अपनी वेबसाइट पर, सीमा शुल्क प्रशासन ने “क्रैकर्स, पेस्ट्री और नूडल्स” श्रेणी के तहत कुल 107 पंजीकृत ताइवानी ब्रांडों को सूचीबद्ध किया है, जिनमें से 35 कंपनियों को अप-टू-डेट पंजीकरण होने के बावजूद “अस्थायी रूप से निलंबित आयात” के रूप में लेबल किया गया है।
ताइवान के साथ जताई एकजुटता
ताइवान के दौरे पर पहुंचने के बाद पेलोसी ने ताइवान के लोगों के साथ एकजुटता का बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि ताइवान के 2.3 करोड़ लोगों के साथ अमेरिका की एकजुटता मौजूदा समय में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच विकल्प का सामना कर रही है।
उन्होंने अपनी ताइवान यात्रा को जायज ठहराते हुए कहा कि अमेरिका ने अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं किया है। अमेरिका शुरू से ही यथास्थिति को बदलने के एकतरफा प्रयास का विरोध करता रहा है और आगे भी अमेरिका इसी नीति पर चलेगा।
जिनपिंग ने दी थी अमेरिका को धमकी
पेलोसी की इस यात्रा से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अमेरिकी राष्ट्रपति को धमकी दी थी कि अमेरिका आग से खेलने की कोशिश कर रहा है और वह खुद जल जाएगा। जिनपिंग का कहना था कि इस दौरे का अंजाम बहुत बुरा होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति से टेलीफोन पर हुई बातचीत में जिनपिंग ने यह धमकी दी थी। अपनी धमकी पर अमल करते हुए पेलोसी की यात्रा से कुछ समय पहले चीन के 21 लड़ाकू विमान ताइवान की हवाई सीमा में घुस गए।
चीन की ओर से यह कदम उठाकर पेलोसी की ताइवान यात्रा पर कड़ा विरोध जताया गया है। पेलोसी अमेरिकी वायुसेना के बोइंग विमान सी-40 सी से ताइवान की यात्रा पर पहुंची हैं। पेलोसी का विमान दुनिया में सबसे ज्यादा ट्रैक किए जाने वाला विमान बन गया है। दुनिया भर में सबसे ज्यादा यूजर्स उनके विमान को ट्रैक कर रहे थे।