UP ATS ने जैश के संदिग्ध आतंकी को किया गिरफ्तार
नूपुर शर्मा को मारने का दिया था टास्क
यूपी डेस्क: 15 अगस्त से पहले यूपी एटीएस ने सहारनपुर से जैश-ए-मोहम्मद और पाकिस्तान के संगठन तहरीक-ए-तालिबान से जुड़े संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने सहारनपुर के गंगोह निवासी आतंकी मोहम्मद नदीम को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने किया ये बड़ा दावा
पुलिस ने दावा किया है कि नदीम जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकियों से सीधे संपर्क में था। वह जैश और तहरीक-ए-तालिबान की विचारधारा से प्रभावित होकर फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था। नदीम के मोबाइल से फिदायीन विस्फोट से जुड़ी पीडीएफ फाइल भी मिली है। उसके मोबाइल से जैश-ए-मोहम्मद और टीटीपी के आतंकियों से चैट, वॉइस मैसेज मिले हैं।
पूर्व भाजपा नेत्री नूपुर शर्मा को मारने का दिया था टास्क
एटीएस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मुहम्मद नदीम जैश-ए- मोहम्मद एवं तहरीख-ए-तालिबान की स्पेशल ट्रेनिंग के लिए वीजा लेकर पाकिस्तान जाने की तैयारी कर रहा था। फिर, पाकिस्तान से ट्रेनिंग प्राप्त कर, सीधे सीरिया व अफगानिस्तान जाने की योजना में था। इसके अलावा, नदीम ने इस बात को स्वीकार किया है कि उसे पूर्व भाजपा नेत्री नूपुर शर्मा को मारने का टास्क जैश-ए-मोहम्मद द्वारा दिया गया था।
आतंकी नदीम के मोबाइल फ़ोन में मिली ख़ुफ़िया जानकारी
एटीएस द्वारा जारी पत्र में बताया गया कि नदीम के मोबाइल फोन का प्राथमिक अवलोकन किया गया, जिसमें एक पीडीएफ डॉक्युमेंट पाया गया, जिसका शीर्षक एक्सक्लुसिव कोर्स फिदाई फोर्स था। इसके अतिरिक्त मुहम्मद नदीम के फोन से पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान के जैश-ए-मुहम्मद व तहरीख-ए-तालिबान के आतंकियों से चैट व वॉइस मैसेज भी मिले। जिसके बाद, उससे जब इस बारे में पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि वह 2018 से जैश-ए-मुहम्मद और तहरीक-ए तालिबान-ए-पाकिस्तान के विभिन्न आतंकवादियों से व्हाट्सएप, टेलीग्राम, आईएमओ, फेसबुक मैसेंजर, क्लब हाउस जैसे सोशल मीडिया माध्यमों से संपर्क में था।
आतंकवादियों से वर्चुअल नंबर बनाने का प्राप्त किया प्रशिक्षण
इन आतंकवादियों से उसने वर्चुअल नंबर बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया। मुहम्मद नदीम द्वारा इन आतंकवादियों को लगभग 30 से अधिक वर्चुअल नंबर, वर्चुअल सोशल मीडिया आईडी बनाकर उपलब्ध कराए गए। साथ ही, टीटीपी के आतंकी सैफुल्ला (पाकिस्तानी) द्वारा मुहम्मद नदीम को फिदायीन हमले के लिए तैयार करने के लिए एक्सप्लोसिव कोर्स फिदाई फोर्स का प्रशिक्षण साहित्य सोशल मीडिया के माध्यम से उपलब्ध कराया गया।
इसको मुहम्मद नदीम ने पढ़ा व इससे सम्बंधित सामग्री को इकठ्ठा करने की फिराक में था, जिससे वह किसी सरकारी भवन व पुलिस परिसर पर फिदायीन हमला कर सके। नदीम ने अपने कुछ भारतीय संपर्को की भी जानकारी एटीएस को दी है, जिस पर आगे की जांच की जा रही है।