योगी सरकार में जाग उठी संगम नगरी की किस्मत
प्रयागराज नामकरण के बाद तेजी से हुआ विकास
संगम नगरी की जनता भी हुई योगी सरकार की मुरीद
प्रयागराज: देश के प्राचीन जिले में से एक प्रयाग को वापस पुरानी पहचान दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा कदम उठाया और इलाहाबाद का नाम पुनः प्रयागराज किए जाने की घोषणा अपने पहले कार्यकाल मे कर दिया। 16 अक्टूबर 2018 के दिन योगी सरकार ने ज़िले का नाम बदलने का फैसला किया। जिसके बाद से ही प्रयागराज की तस्वीर बदलने का सिलसिला शुरू हो गया। पूरे जिले की सड़कों का चौड़ीकरण और चौराहों का सौंदर्यीकरण होना शुरू हुआ। पेंट माय सिटी अभियान के तहत संगम नगरी के हर कोने को सजाया और संवारा गया। प्रयागराज की दीवारों को सांस्कृतिक विरासत का जीता जागता स्वरूप बना दिया गया।
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योगी सरकार ने विकास को गति देते हुए तेजी से प्रयागराज में ओवर ब्रिज और सड़कों का जाल बिछाया साथ ही चौराहों से लेकर गांवों और गलियों तक को चमका दिया है। जिले में बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और सिंचाई जैसी बुनियादी सुविधाएं और बढ़ीं हैं तो हवाई सेवाएं शुरू होने से यह शहर देश के बाकी हिस्सों से और मजबूती से जुड़ गया है। शहर का सिविल लाइन क्षेत्र हो या फिर यमुनापार का नैनी क्षेत्र या गंगा पार का झूसी इलाका हो सभी इलाकों मे काफी विकास कार्य हुए है और कई विकास कार्य अभी हो भी रहे है । प्रयागराज की मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी का कहना है कि योगी सरकार के आने के बाद हर तरफ विकास ही हुआ है । हर दिन साफ सफाई की व्यवस्था के लिए सफाई कर्मचारियों को लगाया गया है ।जगह जगह कूड़ा ना जमा हो इसके लिए बडी संख्या मे सफाई कर्मी रखे गए हैं। सीसीटीवी कैमरे से शहर की मॉनिटरिंग भी की जाती है। हालांकि प्रयागराज का नाम स्मार्ट सिटी में शुमार है इसकी वजह से जल्द ही और बदलाव शहर में होंगे ।
तेजी से हुए विकास कार्य की वजह से आज प्रयागराज की जनता योगी सरकार की कायल हो रही है। प्रयागराज के गुरु नानक नगर के रहने वाले गौरव खुराना ने बताया की पिछली सरकारों में इतना विकास नहीं हुआ जितना विकास योगी सरकार में हुआ है। कुंभ का आयोजन हुआ हो या फिर हर साल लगने वाला माघ मेला हो धार्मिक आयोजन को भी सफलतापूर्वक संपन्न कराया है।जिन चौराहों पर हमेशा जाम लगता था उन चौराहों पर अब जाम की समस्या खत्म हो गई है ।चौराहों और सड़कों का चौड़ीकरण किया गया है साथ ही हर वर्ग के लोगों का भी ध्यान रखा गया है।
संगम नगरी प्रयागराज ऐतिहासिक धरोहर और क्रांतिकारियों के योगदान के लिए प्रसिद्ध है। उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा पार्क चंद्रशेखर आजाद पार्क या कहें कि अल्फ्रेड पार्क जो आज प्रयागराज में स्वच्छता और नवनीकरण को लेकर एक विशेष पहचान बनाए हुए हैं, ये सिर्फ योगी सरकार की कड़ी मेहनत का नतीजा है। जो यहां की ऐतिहासिक धरोहर को संवारने के साथ ही यहां के पार्कों के रख रखाव पर विशेष ध्यान देने की ओर संकल्पित है। योगी सरकार के आने के बाद प्रयागराज की पहचान खूबसूरत एतेहासिक धरोहर और पार्कों से भी होने लगी है। प्रयागराज का हाथी पार्क हो, खुसरो बाग या फिर सरस्वती घाट हो, यह सभी स्वच्छता की मिसाल पेश कर रहे हैं। स्थानीय लोग सरकार द्वारा किए गए कामों से बेहद खुश नजर आ रहे हैं और उनका कहना है कि, योगी 2.0 में भी विकास की के कार्य में गति में इजाफा ही देखने को मिल रहा है। प्रयागराज के मुट्ठीगंज निवासी अखिलेश केसरवानी का कहना है कि हर ओर विकास की लहर है शहर के साथ-साथ गांव में भी काफी विकास हुआ है।
प्रयागराज से अखबारवाला.कॉम के लिए सैय्यद आकिब रजा की रिपोर्ट।
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