खास बात यह है कि कैबिनेट की निुयक्ति समिति (एसीसी) के मुताबिक, अश्विनी लोहानी को भारत सरकार के सचिव पद और दर्जे पर रहे केंद्र सरकार के अधिकारियों की पुनर्नियुक्त के लिए लागू नियमों व शर्तों के अनुसार ‘अनुबंध के आधार परÓ नियुक्त किया गया है। वह एक वर्ष की अवधि या अगले आदेश तक पद पर रहेंगे, इनमें से जो भी पहले हो। इससे पहले छह फरवरी को सरकार ने एयर इंडिया के सीएमडी प्रदीप सिंह खरोला को नए नागरिक उड्डयन सचिव के रूप में नियुक्त किया था। लोहानी 1980 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस के अधिकारी हैं।
इंडियन रेलवे र्सिवस ऑफ मेकेनिकल इंजीनियर्स (आईआरएसएमई) के अधिकारी लोहानी (60) अगस्त, 2017 में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष नियुक्त किये गये थे और वह दिसंबर, 2018 में इस पद से सेवानिवृत हुए थे। भारत की सबसे तीव्र ट्रेन- ट्रेन 18 का श्रेय भी उन्हीं को जाता है। यह ट्रेन उद्घाटन के तौर पर दिल्ली से वाराणसी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 फरवरी को इसका शुभारंभ करेंगे। रेलवे के वरिष्ठतम नौकरशाह के रूप में लोहानी ही प्रतिष्ठित बुलेट ट्रेन भारत लाए। उनसे जुड़े लोगों का कहना है कि रेलवे और एयर इंडिया के प्रमुख के तौर पर वह अपने कार्यालय और कर्मचारियों के बीच का फासला खासकर व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से दूर करने में समर्थ हुए। वह आईटीडीसी के अध्यक्ष और राष्ट्रीय राजधानी में रेल संग्रहालय के निदेशक भी रह चुके हैं। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन किया है। अश्विनी लोहानी मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक के पद से पहले एयर इंडिया का चेयरमैन बनाया गया था। लोहानी ने मध्यप्रदेश के पर्यटन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई थी।