जानें कैसा बीतेगा आपका आज का दिन
जानें पंचांग के पांच अंग तिथि
आइए जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
Aaj ka Punchang: आज करें सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या श्राद्ध 25 सितंबर, रविवार को आश्विन मास की अमावस्या है। इसे सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या कहते हैं। इसी दिन श्राद्ध पक्ष का समापन होता है। मान्यता है कि इस दिन श्राद्ध करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं। इस दिन किया गया पिंडदान और तर्पण सभी पितरों को तृप्त कर देता है। इससे जीवन में खुशहाली और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
25 सितंबर का पंचांग
25 सितंबर 2022, दिन रविवार को आश्विन मास की अमावस्या तिथि पूरे दिन रहेगी। ये श्राद्ध पक्ष का अंतिम दिन है। इसे सर्व पितृ अमावस्या कहते हैं। रविवार को सूर्योदय उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। रविवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मित्र नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। इसके अलावा इस दिन शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल शाम 04:47 से 06:16 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी
रविवार को चंद्रमा सिंह से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से ही सूर्य, शुक्र और बुध स्थित है। इस दिन मंगल वृष राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर ही घर से निकलें।
25 सितंबर के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
- विक्रम संवत- 2079
- मास पूर्णिमांत- आश्विन
- पक्ष-कृष्ण
- दिन- रविवार
- ऋतु- शरद
- नक्षत्र- उत्तरा फाल्गुनी
- करण- चतुष्पद और नाग
- सूर्योदय – 6:20 AM
- सूर्यास्त – 6:16 PM
- चन्द्रोदय – Sep 25 5:33 AM
- चन्द्रास्त – Sep 25 6:14 PM
- अभिजीत मुहूर्त- 11:54 AM से 12:42 PM
25 सितंबर का अशुभ समय
- यम गण्ड – 12:18 PM – 1:48 PM
- कुलिक – 3:17 PM – 4:47 PM
- दुर्मुहूर्त – 04:41 PM – 05:29 PM
- वर्ज्यम् – 02:26 PM – 04:04 PM
पंचांग से कैसे करते हैं समय का मापन?
पंचांग के अनुसार, 2 नाड़िका=1 मुहूर्त। दिन व रात के घटने-बढ़ने के अनुसार 6 या 7 नाड़िका= 1 प्रहर या याम। दिन अथवा रात के चौथे भाग को प्रहर कहते हैं। 15 दिन रात का 1 पक्ष। पक्ष के 2 भेद होते हैं- शुक्ल और कृष्ण। 2 पक्ष मिलाकर 1 मास होता है जो पितरों का दिन रात है। 2 मास की 1 ऋतु और 6 मास का 1 अयन होता है। अयन दक्षिणायन और उत्तरायन दो प्रकार का होता है। ये दोनों अयन मिलकर देवताओं के 1 दिन-रात होते हैं तथा मनुष्य लोक में ये 1 वर्ष या 12 महीने होते हैं।