लखनऊ में आरोग्य भारती का राष्ट्रीय अधिवेशन
सीएम योगी ने अधिवेशन का किया शुभारंभ
‘इंसेफलाइटिस को पांच साल में कंट्रोल किया’
लखनऊ: आरोग्य भारती का 2 दिवसीय वार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन 8 और 9 अक्टूबर, 2022 को लखनऊ के एक निजी स्कूल के परिसर में आयोजित किया गया। जहां मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय अधिवेशन की शुरूआत की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन को संबोधित किया। भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुष के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि समूची दुनिया ने कोरोना कालखंड में आयुष के महत्व को समझा है।
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इस दौरान सीएम योगी ने प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र मे किए गए विकास कार्यों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनता के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह समर्पित है। यही कारण है कि इंसेफलाइटिस से जहां बीते 40 साल में 50 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। वहीं, चार से पांच वर्षों के प्रयास के बाद ही प्रदेश मे यह बीमारी समाप्ति की ओर है और मौतों की संख्या अब लगभग जीरो हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कोरोना काल में आरोग्य भारती के योगदान को जमकर सराहा। उन्होंने कोरोना काल में प्रत्येक नागरिक के बचाव व जागरूकता के लिए जो विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चले, उनमें आरोग्य भारती उन चुनिंदा संगठनों में से एक था, जिसने कि प्रदेश सरकारों के साथ के साथ कदम मिलाकर बिना किसी भेदभाव के समाज के हर तबके को उत्तम आरोग्यता प्रदान करने का कार्य किया।
कोरोना महामारी के दौरान आयुष की उपयोगिता के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भारतीय परिवार ऐसा नहीं होगा जो अपने दैनिक भोजन में हल्दी का सेवन न करता हो। हल्दी की ताकत और उसके सामर्थ्य को पूरी दुनिया ने कोरोना कालखंड में महसूस किया। हल्दी हजारों वर्षों से हमारी दैनिक दिनचर्या का अहम हिस्सा रही है। आयुष की ताकत को भले ही दुनिया ने कोरोना कालखंड में समझा हो, लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष से जुड़े सभी विभागों को जोड़कर देश को एक नया मंत्रालय देने का काम किया।
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