- देश में खाद की किल्लत नहीं
- जरूरत से ज्यादा भंडार उपलब्ध
- बंटने में थोड़ी देर लग जाती है इसका मतलब ये नहीं कि देश में खाद की किल्लत है
इंदौर। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि देश में खाद की कोई किल्लत नहीं है और किसानों की जरूरत से ज्यादा रासायनिक उर्वरक भंडार उपलब्ध है। तोमर ने यह बात ऐसे वक्त कही है, जब उनके गृह राज्य मध्य प्रदेश समेत अलग-अलग सूबों में रबी की फसलों की बुआई की तैयारियों में जुटे किसानों को खाद मिलने में खासी मुश्किलें पेश आने की खबर है।
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कृषि मंत्री ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा कि देश में किसानों की जरूरत से ज्यादा खाद भंडार उपलब्ध है। हम खाद के लिए हालांकि आयात पर निर्भर करते हैं, लेकिन हमने भारत में पर्याप्त खाद भंडार बनाए रखने के लिए निर्यातक देशों से पहले ही बात कर रखी है। उन्होंने कहा कि कभी-कभार खाद बंटने में थोड़ी देर लग जाती है, लेकिन किसानों के मन में यह बात नहीं आनी चाहिए कि देश में खाद की किल्लत है। तोमर ने कहा कि जिस किसान को आज खाद नहीं मिली, उसे कल मिल ही जाएगी। देश में जीन संवर्धित (जीएम) सरसों की खेती के भविष्य पर तोमर ने यह कहते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि यह मामला अभी उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और सरकार अदालत के फैसले की प्रतीक्षा कर रही है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि यह यात्रा देश के अधिकांश हिस्सों में अप्रासंगिक हो चुकी कांग्रेस का वजूद बचाने की कवायद भर है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में देश के बाकी हिस्सों में भी कांग्रेस की बची-खुची प्रासंगिकता समाप्त हो जाएगी। गौरतलब है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भोपाल में आठ नवंबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कोर ग्रुप की बैठक बीच में ही छोड़ दी थी, जिसके बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया था।
हालांकि, बाद में सिंधिया ने ट्वीट किया था कि वह कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। तोमर और सिंधिया मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल इलाके से ताल्लुक रखते हैं। सिंधिया द्वारा भाजपा की अहम बैठक बीच में छोड़ने के बाद सियासी हलकों में एक बार फिर अटकलें लगाई गई थीं कि दोनों वरिष्ठ नेताओं के गुटों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और सिंधिया इस अंचल से जुड़े संगठनात्मक मसलों को लेकर नाराज हैं।
बहरहाल, तोमर ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि बैठक के दौरान सिंधिया को तेज बुखार था। इसे देखते हुए मैंने ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा से आग्रह किया था कि तेज बुखार के कारण सिंधिया का बैठक में शामिल होना ठीक नहीं है। इसके बाद सिंधिया से कहा गया था कि अगर वह चाहें तो बैठक बीच में छोड़ सकते हैं। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में पिछले नगर निकाय चुनावों के दौरान कांग्रेस की बढ़त के आगामी विधानसभा चुनावों पर असर के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जनता राज्य की बागडोर कांग्रेस के हाथों में सौंपने की कतई इच्छुक नहीं है।
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