- बिहार में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत
- बिहार विधानसभा में विपक्ष ने जमकर किया हंगामा
- आग बबूला हो उठे सीएम नीतीश कुमार
पटना। बिहार के सारण जिले में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से सत्रह लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि घटना इसुआपुर थाना इलाके में हुई। पुलिस ने कहा कि कुछ लोग मंगलवार को स्थानीय दुकान पर देर रात तक शराब पीते रहे और घर जाने के बाद वे बीमार पड़ गए। इसके बाद सात लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने घटना को लेकर विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इस घटना में हुई मौतों के लिए पुलिस और अवैध शराब कारोबारियों की साठगांठ को जिम्मेदार ठहराया। पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा, हमने हमेशा शराब पर प्रतिबंध का समर्थन किया है, तब भी जब हमारे विपक्ष में रहते प्रतिबंध का प्रस्ताव पेश किया गया था। लेकिन इसका कार्यान्वयन पूरी तरह से विफल रहा। नीतीश कुमार की सरकार ने अप्रैल 2016 में बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
बिहार विधानसभा में विपक्ष का हंगामा
उधर, बिहार विधानसभा के बाहर भाजपा विधायकों ने कई मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा,नशाबंदी को लागू करने के तरीके को और बेहतर करने की ज़रूरत है। इसे सख्ती से लागू करने के साथ-साथ दंड देने के तरीके को भी बदलने की जरूरत है। उन्होंने नीतीश कुमार ने 2025 तक अपनी गद्दी सुरक्षित कर ली है। अब राजद जदयू को ठग रही है या जदयू राजद को ठग रही है यह पता नहीं चल रहा है लेकिन जदयू के लोगों से कहूंगा कि 2025 का उनका भविष्य किसके हाथ में है वे उसकी चिंता शुरू कर दें।
आग बबूला हुए सीएम
वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य विधानसभा में अपना आपा खो बैठे क्योंकि विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों के मद्देनजर राज्य सरकार के शराब बंदी पर सवाल उठाया।
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