घाटी में कश्मीरी पंडितों और प्रवासियों को बनाया जा रहा निशाना
एक बार फिर आतंकी संगठन ने कश्मीरी पंडितों को दी धमकी
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के दौरे का बाद मिली धमकी
नेशनल डेस्क: घाटी में कश्मीरी पंडितों और प्रवासियों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। एक बार फिर आतंकी संगठन दे रेसिस्टेंस फ्रंट ने कश्मीरी पंडितों को धमकाया है। आतंकी संगठन के मुखपत्र के रूप में प्रकाशित होने वाले ब्लॉग कश्मीरी फाइट में घाटी में काम कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को निशाना बनाने की बात कही गई है।
कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को संबोधित एक पत्र
कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को संबोधित एक पत्र में, आतंकी समूह ने चेतावनी दी है कि वे कश्मीरी पंडितों की ट्रांजिट कॉलोनियों को ‘कब्रिस्तान’ में बदल देंगे। एक और नई धमकी ने घाटी में रह रहे कश्मीरी पंडितों और उनके परिवारों के बीच बेचैनी पैदा कर दी है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के दौरे का बाद आई धमकी
दरअसल, आतंकी संगठन की ओर से ये धमकी जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा बारामूला और बांदीपोरा में कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों की ट्रांजिट कॉलोनियों के निर्माणाधीन स्थल का दौरा करने के बाद आया। जम्मू कश्मीर प्रशासन उत्तरी कश्मीर में बांदीपोरा जिले के सुंबल क्षेत्र के ओडिना गांव में घाटी से पलायन करने वाले कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के लिए ट्रांजिट आवास का निर्माण कर रहा है।
सरकारी कर्मचारियों को बताया बलि का बकरा
कश्मीरी फाइट ब्लॉग में घाटी में काम कर रहे कश्मीरी पंडितों को बलि का बकरा बताया गया है। आतंकी संगठन ने पीएम पैकेज के तहत नियुक्त कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वो भारत अधिकृत जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा बनाए जा रहे ट्रांजिट आवासों से दूर रहें। उन्होंने इस धमकी के साथ कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की एक सूची भी जारी की है। इस धमकी भरे खत के सामने आने के बाद कश्मीरी पंडित कर्मचारियों में डर का माहौल है।
बता दें कि कश्मीर घाटी में 6 हजार से अधिक कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी काम करते हैं। पिछले सात महीनों से वे जम्मू में कश्मीर से बाहर अपनी पोस्टिंग की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस साल कई कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को उनके कार्यस्थल पर आतंकियों ने निशाना बनाया था, जिसे लेकर अन्य कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी सहमे हुए हैं।