छूट को अभी बहाल नहीं किया जा सकेगा,
कोरोना के दौरान रेल सेवाओं को बंद किया गया,
भारतीय रेल की कमाई पर काफी बुरा असर पड़ा,
(नई दिल्ली) संसद के शीतकालीन सत्र में बुधवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने एक बयान में संकेत दिए कि वरिष्ठ नागरिकों को रेल यात्रा के दौरान किराए में मिलने वाले कन्सेशन को फिर से शुरू किए जाने के फिलहाल कोई आसार नहीं हैं। सीनियर सिटीजन के लिए इस कन्सेशन को कोविड महामारी के दौरान बंद कर दिया गया था।कोरोना के दौरान रेल सेवाओं को बंद कर दिया गया था. ऐसे में रेलवे को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. लोगों ने कोरोना के कारण सफर बंद कर दिया था. ऐसे में ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई थी, जिसकी वजह से टिकट की बिक्री बंद हो गई थी. ऐसे में भारतीय रेल की कमाई पर काफी बुरा असर पड़ा.
दरअसल, लोकसभा में महाराष्ट्र के निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने रेल मंत्री अश्विनी से पूछा कि वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराए में मिलने वाले कन्सेशन को फिर से कब शुरू किया जाएगा? इसके जवाब में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे ने पिछले साल यात्री सेवाओं पर 59 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी दी है, जो काफी बड़ी रकम है। उन्होंने आगे कहा कि ये आंकड़ा कई राज्यों के सालाना बजट से भी ज्यादा है।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, ‘यात्रियों को किराये पर दी जाने वाली छूट से भारतीय रेल पर काफी बोझ पड़ता है, इसलिए रेलवे ने ये फैसला किया है कि फिलहाल बुजुर्गों को रेल किराये पर मिलने वाली छूट पर पाबंदी जारी रहेगी और उन्हें भी बाकी यात्रियों की तरह ही पूरा किराया देना होगा.’
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में वैष्णव ने कहा कि अभी वंदे भारत ट्रेन 500 से 550 किलोमीटर की अधिकतम दूरी तक चलती हैं और एक बार उपयुक्त ढांचा तैयार होने पर इन्हें और लम्बी दूरी तक के लिए भी चलाया जायेगा।