उज्बेकिस्तान में भारतीय कफ सिरप से बच्चों की मौत का दावा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनाया सख्त रुख
स्वास्थ्य मंत्री ने पूरा प्रोडक्शन बंद करने का दिया निर्देश
नेशनल डेस्क: उज्बेकिस्तान में भारतीय कफ सिरप से बच्चों की मौत का दावा किया जा रहा है। इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सख्त रूख अपना लिया है। इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार यानी 30 दिसंबर को ट्विटर के जरिए मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी।
मनसुख मांडविया ने बनाई इस मामले पर नजर
उज्बेकिस्तान में बच्चों की हुई मौतों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने खुद इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा था कि दवा कंपनी की जांच के आधार पर आगे कदम उठाया जाएगा। उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि बच्चों की मौत डॉक-1 मैक्स दवा पीने से हुई। उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि मैरियन बायोटेक कंपनी भारत में खांसी की दवा डॉक -1 मैक्स नहीं बेचती और इसका निर्यात केवल उज्बेकिस्तान को किया गया है।
Following inspection by @CDSCO_INDIA_INF team in view of reports of contamination in cough syrup Dok1 Max, all manufacturing activities of Marion Biotech at NOIDA unit have been stopped yesterday night, while further investigation is ongoing.
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 30, 2022
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट करके कहा कि निरीक्षण के बाद @CDSCO_INDIA_INF टीम ने खांसी की दवाई Dok1 Max में संदूषण की रिपोर्ट के मद्देनजर नोएडा इकाई में मैरियन बायोटेक की पूरा प्रोडक्शन गतिविधियों को कल रात रोक दिया गया है, जबकि आगे की जांच जारी है।
उज्बेकिस्तान में एक खांसी की दवाई पीने से 18 बच्चों की हुई थी मौत
बता दें कि उज्बेकिस्तान में एक खांसी की दवाई ने 18 बच्चों की कथित तौर पर खांसी की दवाई से मौत हो गई थी। इसके बाद से नोएडा की कंपनी मैरियन बायोटेक सवालों के घेरे में है। उज्बेकिस्तान के इस दावे के बाद भारत सरकार अलर्ट हो गई है। केंद्र की सरकार ने उज्बेकिस्तान में बच्चों की मौत को इंडियन कफ सिरप से जोड़ने के बाद हताहत होने वाले बच्चों को लेकर रिपोर्ट मांगी है।