आज नहीं होगा एमसीडी मेयर का चुनाव
ढाई घंटे तक चले हंगामे के बाद स्थगित हुई सदन की कार्यवाही
एमसीडी चुनाव से जुड़ी बड़ी बातें,
MCD Mayor Election: दिल्ली नगर निगम मेयर चुनाव को लेकर हुए हंगामे के बाद पार्षदों का शपथ और मेयर के लिए वोटिंग आज नहीं होगी. एमसीडी मेयर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी बनाई गई सत्या शर्मा ने कहा है, “मैंने सदन की कार्रवाई सुचारू रूप से चलाने के लिए कई बार अपील की लेकिन हंगामा जारी है. अगर वो शांति से बैठते हैं तो हम शपथ दिलाने के लिए तैयार हैं. अगर ये लोग शांति से नहीं बैठेंगे तो हम अगली तारीख का इंतजार करेंगे. दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव से पहले उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बीजेपी नेता सत्या शर्मा को सदन का प्रोटेम स्पीकर बनाया है.
एमसीडी में मेयर और डिप्टी मेयर को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के अपने-अपने दावे हैं. बीते साल दिसंबर में हुए एमसीडी चुनाव में हारने के बावजूद बीजेपी ने दावा किया है कि मेयर पद पर उसका ही कब्जा होगा. वहीं, आम आदमी पार्टी ने एलजी वीके सक्सेना पर बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए प्रोटेम स्पीकर को नामांकित करने का आरोप जड़ा है.
एमसीडी चुनाव से जुड़ी बड़ी बातें
- बीते साल दिसंबर में हुए दिल्ली नगर निगम चुनाव के बाद आज सभी निर्वाचित पार्षद शपथ लेंगे. इसके बाद मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होगा और फिर स्थायी समिति के 6 सदस्यों का चुनाव होगा.
- ‘केजरीवाल की सरकार, केजरीवाल का पार्षद’ के सियासी कैंपेन के सहारे एमसीडी की 250 में से 134 सीटों पर कब्जा करने वाली आम आदमी पार्टी ने शैली ओबरॉय को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है. विकल्प के तौर पर AAP ने आशु कुमार ने नामांकन दाखिल किया है. वहीं, बीजेपी ने शालीमार बाग की पार्षद रेखा गुप्ता को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
- डिप्टी मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी ने आले मुहम्मद इकबाल को प्रत्याशी बनाया है और विकल्प के तौर पर जलज कुमार ने नामांकन भरा है. वहीं, बीजेपी की ओर से डिप्टी मेयर पद के लिए कमल बागरी मैदान में हैं.
- दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली सरकार की ओर से भेजे गए मुकेश गोयल के नाम की जगह बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा को प्रोटेम स्पीकर बनाया है. इस नियुक्ति पर आम आदमी पार्टी और उपराज्यपाल के बीच फिर से तलवारें खिंच गई हैं.
- दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने एलजी पर केंद्र सरकार के प्रतिनिधि होने का आरोप लगाया है. केजरीवाल के अनुसार, उपराज्यपाल एमसीडी मेयर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और जान-बूझकर ऐसे सदस्यों को चुन रही हैं, जिससे पक्षपातपूर्ण तरीके से पार्षद बीजेपी की ओर मुड़ जाएं.
- 2012 के बाद ये पहला मौका है, जब पूरी दिल्ली में एक ही मेयर होगा. इससे पहले दिल्ली नगर निगम को तीन भागों में विभाजित कर दिया गया था और हर निगम का अपना मेयर होता था. बीते साल दिसंबर में हुए एमसीडी चुनाव से पहले इन निगमों को एक कर दिया गया था और 4 दिसंबर को चुनाव कराए गए थे.