‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ’ शिखर सम्मेलन
‘हम नए वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं
वैश्विक चुनौतियों के लिए ‘ग्लोबल साउथ’ जिम्मेदार नहीं है
आपकी आवाज भारत की आवाज है
(नेशनल डेस्क) 12 जनवरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ’ शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकतर वैश्विक चुनौतियों के लिए ‘ग्लोबल साउथ’ जिम्मेदार नहीं है, लेकिन इसका सबसे अधिक प्रभाव उस पर ही पड़ता है।पीएम मोदी ने कहा कि हमारा उद्देश्य वैश्विक दक्षिण की आवाज को बढ़ाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आपका स्वागत इस समिट में कर रहा हूं. मैं आपका धन्यवाद करता हूं कि आप दुनिया के विभिन्न जगहों से इसमें हिस्सा ले रहे हैं. भारत ने हमेशा वैश्विक दक्षिण के अपने भाइयों के साथ अपने विकास संबंधी अनुभव को साझा किया है.
ग्लोबल साउथ समिट में प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आपका स्वागत इस समिति में कर रहा हूं मैं आपका धन्यवाद करता हूं तो आप दुनिया के विभिन्न जगहों में इसमें हिस्सा ले रहे हैं भारत में हमेशा बेस्ट दक्षिण के अपने भाइयों के साथ अपने विकास संबंधी अनुभव को साझा किया है
प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा , ‘‘हम नए वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं, पिछला वर्ष युद्ध, संघर्ष, आतंकवाद और तनाव से भरा हुआ था।’’उन्होंने कहा कि हमने विदेशी शासन के खिलाफ लड़ाई में एक-दूसरे का समर्थन किया और हम इस सदी में फिर से एक नई विश्व व्यवस्था बनाने के लिए ऐसा कर सकते हैं जो हमारे नागरिकों के कल्याण को सुनिश्चित करेगी. आपकी आवाज भारत की आवाज है और आपकी प्राथमिकताएं भारत की प्राथमिकताएं हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ यह स्पष्ट है कि दुनिया संकट की स्थिति में है। यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि अस्थिरता की स्थिति कब तक बनी रहेगी।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘ अधिकतर वैश्विक चुनौतियों के लिए ‘ग्लोबल साउथ’ जिम्मेदार नहीं है, लेकिन इसका सबसे अधिक प्रभाव हम पर ही पड़ता है। हमारा भविष्य सबसे अधिक दांव पर लगा है।’’उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा अपने विकास संबंधी अनुभव को ‘ग्लोबल साउथ’ के अपने भाइयों के साथ साझा किया है।प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ भारत इस वर्ष जी20 की अध्यक्षता कर रहा है, स्वाभाविक है कि हमारा उद्देश्य ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज बुलंद करना होगा।’’