एलजी साहेब, एक सलाहकार रखें
बीजेपी को दिल्ली वालों की चिंता नहीं
विपक्ष के विधायकों को बोलने की अनुमति नहीं
(दिल्ली डेस्क) दिल्ली विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र का आगाज सोमवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ. आप विधायक एलजी की ओर से सरकार के काम में दखल देने के विरोध में नारेबाजी करने लगे. इसके अलावा, आम आदमी पार्टी के विधायक उपराज्यपाल से शिक्षकों को विदेश ट्रेनिंग के लिए भेजने की मांग को लेकर सदन से बाहर निकल गए.सदन में भारी हंगामा देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए रोक दिया गया है।दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने दिल्ली के टीचरों को ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजने से रोकने पर दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर की। बता दें कि दिल्ली विधानसभा की बैठक अस्थायी रूप से 16, 17 और 18 जनवरी के लिए निर्धारित की गई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के सभीविधायक उपराज्यपाल कार्यालय की तरफ पैदल मार्च करते हुए रवाना हुए. इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर लेकर आया हूं. सुप्रीम कोर्ट ने 4 जुलाई 2018 को बोला था कि एलजी को कोई भी स्वतंत्र निर्णय लेने का अधिकार नहीं है. कोर्ट ने दो बार लिखा. क्योंकि पता था कि एक बार में नहीं मानेंगे. सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि एलजी स्वतंत्र रूप से कोई फैसला नहीं ले सकते हैं.दिल्ली के टीचरों को फिनलैंड में ट्रेनिंग के लिए जाने से दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने रोक लगा दी है। दिल्ली एलजी विरोध मार्च में सीएम केजरीवाल ने कहाकि, दिल्ली में शिक्षा क्रांति को रोकने के लिए भाजपा—आप साज़िश रच रहे हैं। दिल्ली को तानाशाही नहीं बल्कि संविधान और जनतंत्र चाहिए। जनता के हक़ के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा |
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली के सारे बच्चों को मैं अपना बच्चा मानता हूं, उनको अच्छी से अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए. हम सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेज रहे है, अभी तक 1000 से ज्यादा शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. सीएम ने आगे कहा कि अब एलजी शिक्षकों फिनलैंड जाने से रोक रहे हैं, वो दिल्ली के बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दिलवाना चाहते हैं. मैं सुप्रीम कोर्ट की कॅापी लेकर आया हूं, उसमें लिखा है कि उपराज्यपाल स्वतंत्र निर्णय नहीं ले सकते हैं, लेकिन वो कहते हैं कि मैं सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानता हूं.
सौरव भारद्वाज पर पलटवार करते हुए रामवीर सिंह विधुड़ी ने कहा कि सौरभ भारद्वाज को माननीय उपराज्यपाल की तरफ से कहना चाहता हूं कि दिल्ली के एलजी ने कोई बात ऐसी नहीं कही है. यह अपनी बात उपराज्यपाल के मुंह में क्यों डाल रहे हैं? सौरभ भारद्वाज इस सदन के अंदर गलत बयानबाजी कर रहे हैं. रामवीर सिंह विधुड़ी जब बोल रहे थे, तभी आम आदमी पार्टी के विधायक वेल में पहुंच गए और हंगामा करने लगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और विधायकों को एलजी हाउस सिर्फ इसलिए जाना पड़ रहा है, कि शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा सके. ये कोई बड़ी मांग नहीं है. हम उम्मीद करते हैं कि एलजी साहब को गलती का अहसास होगा. एलजी साहब ने दिल्ली में योगा क्लास रोक दी. इससे उन्हें क्या फायदा हुआ. दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक के पेमेंट रुकवा दिए. दिल्ली जल बोर्ड के फंड रुकवा दिए. कोई पेमेंट नहीं होने दिए. बस मार्शल की तीन महीने से पेमेंट नहीं होने दी. सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर की कोई वैल्यू नहीं है. एलजी साहब ये सारे काम कैसे रुकवा सकते हैं. मेरी एलजी से अपील है कि संविधान और सुप्रीम कोर्ट को मानें.