मौनी अमावस्या पर 1.5 करोड़ लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई
हेलीकॉप्टर से साधु-संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा भी की
उप मुख्यमंत्री ने भी लगाई डुबकी
(उत्तरप्रदेश डेस्क) प्रयागराज में चल रहे माघ मेला में मौनी अमावस्या पर 1.5 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई. इस बीच, मेला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर से साधु-संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा भी की. क्योंकि, कई सालों बाद ऐसा योग बना है कि मौनी अमावस्या और शनि अमावस्या एक साथ पड़ी है इसलिए तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. ऐसे में प्रशासन के लिए सुरक्षा और श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
स्नान के दौरान संगम समेत गंगा के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। इस दौरान सुबह 12:00 बजे तक 1 करोड़ 10 लाख स्नानार्थियों ने पुण्य की डुबकी लगाने के बाद विधि- विधान से मां गंगा का पूजन- अर्चन कर दीपदान किया। ठंड में श्रद्धालुओं की आस्था भारी दिखी। स्नानार्थियों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी। वहीं, स्नान घाटों के अलावा पूरे मेला परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। आसमान से लेकर जमीन तक निगरानी का बंदोबस्त किया गया है।
सीएम योगी ने ट्वीट कर लिखा, “तीर्थराज’ प्रयागराज में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र संगम में पुण्य स्नान की आप सभी को हार्दिक बधाई. इस पुनीत अवसर पर पूज्य संतों, श्रद्धालुओं और कल्पवासियों पर पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन हुआ.”
इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “लोक-आस्था के पावन पर्व मौनी अमावस्या की आप सभी श्रद्धालुओं एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. भगवान भास्कर एवं पतित-पावनी माँ गंगा की कृपा से संपूर्ण जगत में सकारात्मकता का संचार हो, सभी का जीवन सुख, शांति एवं समृद्धि से परिपूर्ण हो, यही प्रार्थना है.”
सुरक्षा के मद्देनजर शहर से लेकर संगम क्षेत्र को 10 जोन और 50 सेक्टर में बांटा गया है. इतना ही नहीं यहां 98 सेक्टर अफसरों की तैनाती की गई है. 194 मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई हैं.भीड़ बढ़ने पर श्रद्धालुओं को रोकने के लिए 16 होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं. शहर में 14 फायर स्टेशन सक्रिय किए गए हैं. साथ ही अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा गया है.
मौनी अमावस्या पर मेले में आए प्रमुख संतों-ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर स्वामी सदानंद, सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानद सरस्वती, किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि आदि शामिल हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी शनिवार सुबह संगम में डुबकी लगाई.