दिग्विजय सिंह सर्जिकल स्टाइक के सबूत मांगें
कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान परस्ती का है
370 हटने के बाद राजौरी तक फैल गया आतंकवाद
(नेशनल डेस्क) भारत जोड़ो यात्रा को लेकर जम्मू पहुंचे राहुल गांधी की रैली में मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता द्वारा दिग्विजय सिंह सर्जिकल स्टाइक के सबूत मांगने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दिग्विजय के बयान के बहाने पूरी कांग्रेस पार्टी को ही कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि वास्तव में कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान परस्ती का है। कभी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगते हैं तो कभी भगवान राम का अस्तित्व था या नहीं था, इस पर सवाल उठाते हैं। कभी रामसेतु के सबूत मांगते हैं। दिग्विजय सिंह द्वारा फिर सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे जा रहे हैं। इस तरह वह सेना का मनोबल गिराने का पाप कर रहे हैं। वह इस तरह खुद को पाकिस्तान के साथ खड़ा दिखा रहे हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, राहुल गांधी के साथ दिग्विजय सिंह भारत जोड़ो यात्रा में साथ चल रहे हैं और दिग्विजय जी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे हैं..इससे वो दिखा रहे हैं कि वो पाकिस्तान के साथ खड़े हैं. शिवराज सिंह चौहाने ने आगे कहा कि, मैं राहुल गांधी से जवाब मांगता हूं कि ये कैसी यात्रा है? टुकड़े-टुकड़े गैंग आपके साथ चल रहे हैं, सेना का मनोबल गिराया जा रहा है और राहुल गांधी भी सवाल उठा रहे हैं कि सेना कमजोर होगी..ये देशभक्ति नहीं है.
जम्मू कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कर्मियों को श्रीनगर से दिल्ली हवाई मार्ग से लाने के उसके अनुरोध पर सहमत नहीं हुई थी और पुलवामा में 2019 के एक आतंकी हमले में 40 सैनिकों को अपना बलिदान देना पड़ा.
कांग्रेस नेता ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि इससे किसको फायदा हुआ? उन्होंने कहा कि 370 हटाने के बाद चिल्ला-चिल्ला कर कहा गया कि इससे घाटी में आतंकवाद समाप्त हो जाएगा. कश्मीर में हिंदुओं का बोलबाला हो जाएगा, लेकिन हुआ इसके उलट. जब से कश्मीर से धारा 370 हटी है, आतंकवाद सुरसा की तरह बढ़ता ही जा रहा है. रोज कुछ न कुछ घटनाएं हो रही है. जो हिंदू घाटी में थे, वह भी घाटी छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले आतंकवाद कश्मीर घाटी तक सीमित था, लेकिन अब ये राजौरी और डोडा तक फैल गया है.