गणतंत्र दिवस के मौके पर फहराया गया इस्लामिक झंडा
गांव के छात्र गणतंत्र दिवस मनाने हुए थे जमा
दो लोगों को पुलिस ने लिया हिरासत में
(उत्तरप्रदेश डेस्क) भारत में 74वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। पूरे देशभर में झंडा वंदन कर कार्यक्रम की प्रस्तुती दी गई।गणतंत्र दिवस पर यहां एक मदरसा में तिरंगा के स्थान पर कथित तौर पर हरे रंग का ‘इस्लामिक झंडा’ फहराया गया. पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करके जांच शुरू की है. यह घटना सुबेहा थाना अंतर्गत एक गांव की है. थाना प्रभारी संजीव कुमार सोनकर ने कहा, ‘हमें शिकायत मिली कि गणतंत्र दिवस पर हुसैनाबाद गांव में मदरसा अशरफुल उलूम इमा इमदादिया सकीन पर एक ‘इस्लामिक झंडा’ फहराया गया.’
इसके बाद मामले में हाफिज मोहम्मद सोहराब व मोहम्मद तफ्सील तबरेज निजामुद्दीन रिजवान को हिरासत में ले लिया. बताया जा रहा है कि झंडे को आसिफ ने फहराया है, जिसकी तलाश की जा रही है. बताया जा रहा है कि यहां राष्ट्रीय गान भी नहीं गाया गया. धार्मिक झंडा फहराने का किसी ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया है. जिसे देखकर लोगों ने नाराजगी जताई. साथ ही वीडियो देखते ही लोगों ने पुलिस और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्विटर हैंडल पर मामले की शिकायत की है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
स्थानीय लोगों के विरोध के बीच पुलिस ने मदरसे से दो लोगों को हिरासत में लिया है.पुलिस ने कहा है कि दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.दोषियों पर आगे कार्रवाई की जाएगी. उधर, तिरंगे की जगह इस्लामिक झंडा फहराने पर स्थानीय लोगों में काफी रोष देखने को मिल रहा है. पुलिस के मुताबिक, जांच में पाया गया है कि बच्चों की पढ़ाई के लिए एक प्राइवेट रूम बनवाया गया है. जहां धार्मिक शिक्षा के लिए लोग इकट्ठा होते हैं. वहीं, पर यह इस्लामिक झंडा फहराया गया है.
पाकिस्तान का नेशनल फ्लैग को बाराबंकी के एक शख्स अमीरुद्दीन किदवई ने बनाया था. वे बाराबंकी के जाने-माने किदवई परिवार से ताल्लुक रखते थे. बंटवारे में पाकिस्तान चले गए थे. पेशे से वकील थे. दरअसल अमीरुद्दीन ने पाकिस्तान के झंडे को डिजाइन तो जरूर किया लेकिन ना तो उनका डिजाइनिंग से कोई लेना-देना था और ना ही वो कोई आर्टिस्ट थे. हालांकि लंबे समय तक ये माना जाता रहा कि पाकिस्तान का झंडा खुद मोहम्मद अली जिन्ना ने तैयार किया था. आज भी बहुत से लोग ऐसा ही मानते हैं. 14 अगस्त को मोहम्मद अली जिन्ना ने पहली बार पाकिस्तान का झंडा फहराया तो वो यही था.