बजट सत्र से पहले सरकार ने सभी दलों की मीटिंग बुलाई
PM मोदी भी होंगे शामिल
द्रौपदी मुर्मू पहली बार संसद को करेंगी संबोधित
(नेशनल डेस्क) संसद के मंगलवार से शुरू होने वाले बजट सत्र से पहले सरकार ने सभी दलों की मीटिंग बुलाई है. जो कि आज 12 बजे शुरू हो गई है. संसद के लाइब्रेरी बिल्डिंग में हो रही सर्वदलीय बैठक में डीएमके के टीआर बालू, जेडीयू के रामनाथ ठाकुर, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के महमूद अली कैसर, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय और शुखेंदुशेखर रॉय, आरजेडी के मनोज झा, एआईडीएमके के थंबी दुरई, बीजेडी के सस्मित पात्रा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, बीआरएस के के केशव राय, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी पहुंचीं हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी के शरद पवार, अकाली दल की हरसिमरत कौर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस बैठके में शामिल हुए है.
सर्वदलीय बैठक में सरकार बजट सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग मांगेगी। विपक्षी दलों से इस सर्वदलीय बैठक के दौरान अपनी चिंता के मामलों को उठाने और बजट सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों को सरकार के सामने रखने की उम्मीद है। इसके बाद दोपहर में एनडीए के फ्लोर लीडर्स की बैठक भी सदन में सहयोग की रणनीति के लिए होगी।
केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा। उन्होंने बताया था कि इस दौरान 66 दिनों में 27 बैठकें होंगी। वहीं, संसद सत्र का पहला भाग 31 जनवरी से शुरू होगा और 13 फरवरी तक चलेगा, जबकि 14 फरवरी से 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 13 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा। दूसरे चरण में संसद के दोनों सदनों में वित्त विधेयक पर चर्चा की जाएगी, जिसके बाद विधेयक को दोनों सदनों से पास कराया जाएगा।
मालूम हो कि संसद का शीतकालीन सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया था। तवांग मामले पर राज्यसभा में 17 विपक्षी दलों ने वाक आउट कर दिया था। इस मामले पर विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी दलों की बैठक भी बुलाई थी। इसके साथ ही, खरगे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर दिए गए विवादित बयान पर भी संसद में काफी हंगामा देखने को मिला था। यही वजह रही कि संसद के शीतकालीन सत्र को समय से पहले समाप्त कर दिया गया था।
दरअसल, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का ये पांचवां और आखिरी पूर्ण बजट होगा. निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किए जाने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी. बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहली बार संसद को संबोधित करेते दिखेंगी.