1 फरवरी को पेश होगा बजट
जानें कौन बनाता है बजट
बजट तैयार करने में लगे स्टॉफ हो जाते हैं लॉक
Budget session 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अब से कुछ ही देर में संसद में आम बजट पेश करेंगी। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के मुताबिक, केंद्रीय बजट किसी साल सरकार की अनुमानित आमदनी और खर्च का लेखाजोखा होता है। बजट बनाने से पहले वित्त मंत्रालय विभिन्न सेक्टरों के लोगों से सुझाव मांगता है। इसके बाद बजट बनाने की प्रक्रिया शुरू होती है।
बजट बनाने के प्रोसेस में वित्त मंत्रालय, नीति आयोग और सरकार के अन्य विभाग शामिल होते हैं। वित्त मंत्रालय के बजट डिवीजन के ऊपर बजट बनाने की जिम्मेदारी होती है। बजट डिवीजन सभी मंत्रालयों, विभागों, राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, रक्षा बलों एवं स्वायत्त निकायों को सर्कुलर जारी कर उन्हें अगले वर्ष के अनुमानों को बताने के लिए कहता है। मांगें प्राप्त होने के बाद वित्त विभाग का व्यय विभाग इस पर गहनता से चर्चा करता है। बजट से पहले होने वाली बैठकों का दौर खत्म होने के बाद टैक्स प्रस्तावों पर अंतिम फैसला वित्त मंत्री के साथ लिया जाता है। बजट को अंतिम रूप देने से पहले प्रस्तावों पर प्रधानमंत्री के साथ चर्चा की जाती है।
बजट तैयार करने में लगे स्टॉफ हो जाते हैं लॉक
बजट बनाने की प्रक्रिया काफी गोपनीय रखी जाती है। चुनिंदा अधिकारी ही बजट से जुड़े दस्तावेज तैयार करते हैं। बजट पर काम करने वाला लगभग 100 लोगों का स्टॉफ करीब 2 से 3 हफ्ते नॉर्थ ब्लॉक के ऑफिस में ही रहता है। नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट स्थित प्रिंटिंग प्रेस में बजट से जुड़े सभी अधिकारियों को एक तरह से लॉक कर दिया जाता है। इस दौरान उन्हें अपने परिजनों तक से बातचीत करने की अनुमति नहीं होती है।
बजट तैयार होने के बाद सरकार लोकसभा स्पीकर से इसे पेश करने की तारीख पर सहमति लेती है। इसके बाद लोकसभा सचिवालय के महासचिव इस पर राष्ट्रपति से मंजूरी लेते हैं। बजट पेश करने से ठीक पहले ‘समरी ऑफ द कैबिनेट’ के जरिए बजट के प्रस्तावों से कैबिनेट को संक्षेप में रूबरू करवाया जाता है। इसके बाद देश की वित्त मंत्री लोकसभा में बजट पेश करती हैं। वित्त मंत्री के भाषण के बाद बजट सदन के पटल पर रखा जाता है।
आम बजट (2023-24) को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने कुछ खास अधिकारियों के साथ तैयार किया है। वित्त मंत्री को सहयोग करने वाले ये 8 अधिकारी इस प्रकार हैं –
- – टीवी सोमनाथन, वित्त सचिव
- – अजय सेठ, आर्थिक मामलों के सचिव
- – तुहिन कांता पांडेय, डीआईपीएएम के सचिव
- – संजय मल्होत्रा, राजस्व सचिव
- – विवेक जोशी, सचिव वित्तीय सेवाएं
- – वी. अनंत नागेश्वरन, मुख्य आर्थिक सलाहकार
- – नितिन गुप्ता, सीबीटीडी के अध्यक्ष
- – विवेक जौहरी, सीबीआईसी के अध्यक्ष