नेशनल डेस्क। देशव्यापी लॉकडाउन के तीसरे चरण में शराब की दुकानों को फिर से खोलने की छूट कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के अब तक के सभी प्रयासों पर भारी पड़ती दिख रही है। सोमवार की तरह आज भी सड़कों और दुकानों पर लोगों की बेतहाशा भीड़ देखने को मिल रही है। शराब लेने के लिए लोग इतने व्याकुल हैं कि उन्हें न अपनी परवाह है और न ही अपनों की। शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के सारे इंतजाम और दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं।
दिल्ली के लक्ष्मीनगर में शराब के लिए सुबह से लाइन में खड़े एक आदमी ने वहां पर हो रही परेशानियों पर रोष व्यक्त किया। उसने कहा कि यहां पर लोगों को व्यवस्थित करने के लिए कोई भी नहीं है। मैं यहां सुबह 6 बजे से हूं। दुकान सुबह 9 बजे खुलने वाली थी, लेकिन पुलिस सुबह 8:55 पर पहुंची… अगर यहां कुछ अनहोनी हुई तो कौन जिम्मेदार होगा? हमारे पास 70 फीसद टैक्स को लेकरसाथ कोई समस्या नहीं है।