तहसील प्रशासन और लेखपाल पर आग लगाने का आरोप
घटना में 23 बकरियों की भी जलकर मौत हो गई
डीएम ने कब्जेदार के खुद आग लगाने की बात कही है
कानपुर। कानपुर देहात के मड़ौली गांव में अवैध अतिक्रमण हटवाने के दौरान राजस्व और पुलिस टीम की कब्जेदार से झड़प हो गई। जिसके थोड़ी देर बाद झोपड़ी में आग लग गई। इस आग में मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई। बचाने आए पिता और बेटे भी झुलस गए। घटना में 23 बकरियों की भी जलकर मौत हो गई। पीड़ित पक्ष ने तहसील अधिकारियों व लेखपाल पर आग लगाने का आरोप लगाया है। जबकि डीएम ने कब्जेदार के खुद आग लगाने की बात कही है। जिसके उनके पास इसके सूबूत भी हैं।
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रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव निवासी कुछ लोगों ने सोमवार को गांव के कृष्ण गोपाल दीक्षित पर सरकारी जमीन में अवैध कब्जा करने व मंदिर बनवाने का आरोप लगाकर शिकायत की थी। मामले में डीएम ने एडीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। दोपहर को एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक कुमार, रूरा थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ अवैध अतिक्रमण हटवाने मड़ौली गांव पहुंचे।
जिस पर कब्जेदार कृष्णगोपाल, उसकी पत्नी दूसरे परिवार वालों में परिजनों से झड़प हो गई। इसी दौरान संदिग्ध हालात में झोपड़ी में आग लग गई। जिससे प्रमिला देवी (55) व उनकी बेटी नेहा दीक्षित (23) की जिंदा जलकर झोपड़ी में ही मौत हो गई। वहीं पास बंधी 23 बकरियों की भी जलकर मौत हो गई। जानकारी पर पहुंचे ग्रामीणों ने पानी डालकर आग पर काबू पाया।
घटना के बाद राजस्व व पुलिस अधिकारी मौके से चले गए। मृतका के पिता कृष्णगोपाल व पुत्र शिवम दीक्षित उर्फ छोटू ने बताया कि वह काफी समय से जमीन पर निवास कर रहे हैं। जिसका मामला भी कोर्ट में चल रहा है। इसके बावजूद अधिकारी जबरन जमीन खाली करा रहे हैं। आरोप लगाया कि गांव के विपक्षियों समेत तहसील अधिकारियों, लेखपाल व पुलिस कर्मियों ने झोपड़ी में आग लगा दी। जिससे पत्नी व पुत्री की जलकर मौत हो गई।
सूचना पर मंडलायुक्त राजशेखर, आईजी कानपुर प्रशांत कुमार, एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति, एएसपी घनश्याम चैरसिया मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से घटना के बावत जानकारी। आक्रोशित ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया और निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया। परिजन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने तक शव न उठने की जिद पर अड़े रहे।
राज्यमंत्री और पूर्व सांसद ने पीड़ित परिवार से मिले
प्रदेश की महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला व पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। कहा कि मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे इसके लिए कितनी भी लड़ाई लड़ना पड़े। राज्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद और न्याय का आश्वासन दिया।
मड़ौली गांव में कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने की शिकायत की थी। जिस पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। तहसील अधिकारी व पुलिस टीम कब्जा हटवाने मौके पर गई थी। तभी महिला और उसकी बेटी ने खुद आग लगा ली। जिससे उनकी मौत हुई है। बचाने के रूरा एसओ भी जख्मीं हुए हैं। इसके पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं।- नेहा जैन (जिलाधिकारी)
बीबीजीटीएस मूर्ति पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मड़ौली में एसडीएम व पुलिस टीम अवैध कब्जा हटवाने गई थी। प्रथमदृष्टया बात सामने आई है कि कब्जेदार परिवार की महिला व उसकी बेटी ने झोपड़ी में खुद को बंद कर आग लगाई है। जिससे दोनों की मौत हुई है। कब्जा हटवाने के दौरान वीडियोग्राफी कराई जाती है। उसकी फुटेज प्रशासन से मंगाई गई है। जिसकी जांच की जाएगी। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
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