नेशनल डेस्क। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में राहुल गांधी, मनमोहन सिंह समेत कई अन्य नेता शामिल हो रहे हैं।इस दौरान सोनिया गांधी कोरोना वायरस के प्रभाव पर चर्चा कर रही हैं और महामारी को रोकने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों का आकलन कर रही है। इस बैठक के दौरान विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों और श्रमिकों के मुद्दे पर भी चर्चा होगी और राज्यों द्वारा उन्हें उनके गृह राज्यों तक पहुंचाए जाने वाले कदमों पर भी बात होगी।
कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि 17 मई के बाद, क्या ? और 17 मई के बाद, कैसे? भारत सरकार बताए कि आगे कब तक लॉकडाउन जारी रखने के लिए किन मापदंड का उपयोग किया है ?
कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में पी चिदंबरम ने कहा कि वित्त के मामले में राज्यों की स्थिति भयावह है लेकिन भारत सरकार द्वारा कोई पैसा आवंटित नहीं किया जा रहा है।कई अखबारों ने राज्यों के साथ वित्त की अनुपलब्धता को दूर किया है।
राहुल गांधी ने बैठक के दौरान कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने की रणनीति का मुख्य उद्देश्य बुजुर्गों की रक्षा करना है, जो कि मधुमेह और हृदय की बीमारियों से ग्रसित हैं। इस बैठक के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं उन्हें तत्काल सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहां 80% लघु उद्योग फिर से शुरू हो गए हैं और लगभग 85,000 मजदूर काम पर लौट आए हैं। पुडुचेरी के सीएम वी नारायणसामी ने कहा कि भारत सरकार राज्यों से परामर्श किए बिना निर्णय ले रही है और इससे विषम स्थिति पैदा हो रही है। दिल्ली में बैठे लोग राज्यों को नहीं बता सकते हैं, किसी भी राज्य या मुख्यमंत्री से परामर्श नहीं किया जाता है। क्यों?
डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि सोनिया जी पहले ही बता चुकी हैं।मुख्यमंत्रियों को देश को लॉकडाउन से बाहर निकालने के लिए भारत सरकार की रणनीति क्या है, इस पर विचार-विमर्श करने की जरूरत है। सोनिया गांधी के साथ बैठक में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमने दो समितियों का गठन किया है, एक यह है कि लॉकडाउन से बाहर कैसे आया जाए और आर्थिक पुनरुद्धार पर। चिंता का विषय यह है कि दिल्ली में बैठे लोग ज़ोन के वर्गीकरण का फैसला कर रहे हैं, बिना यह जाने कि ज़मीन पर क्या हो रहा है। सोनिया गांधी ने कहा कि सभी बाधाओं के बावजूद बंपर गेहूं की फसल द्वारा खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम सभी किसानों, विशेषकर पंजाब और हरियाणा को धन्यवाद देते हैं।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर जानकारी दी कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक के दौरान कहा कि जब तक व्यापक प्रोत्साहन पैकेज नहीं दिया जाता, तब तक राज्य और देश कैसे चलेंगे? हमने 10,000 Cr का राजस्व खो दिया है।राज्यों ने एक पैकेज के लिए बार-बार पीएम से अनुरोध किया है लेकिन हमें अभी तक भारत सरकार ने नहीं सुना है।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने जानकारी दी कि इस बैठक के दौरान डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि हमें यह जानने की जरूरत है जैसा कि सोनिया जी ने कहा है कि लॉकडाउन 3.0 के बाद क्या होगा? इससे पहले पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और नेता राहुल गांधी ने नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी से बात भी की है। बताया जा रहा है कि सोनिया की बैठक इन्हीं संदर्भो में आयोजित की गई है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को घोषणा की थी कि कांग्रेस पार्टी की राज्य इकाइयां प्रवासी मजदूरों के ट्रेन किराए का भुगतान करेंगी।सोनिआ गाँधी ने मजदूरों से ट्रैन का किराया वसूलने पर केंद्र सरकार की आलोचना की। कांग्रेस ने जारी बयान में कहा कि श्रमिक वा कामगार देश की रीढ़ की हड्डी हैं। उनकी मेहनत और कुर्बानी राष्ट्र निर्माण की नींव हैं। सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाउन करने के कारण लाखों श्रमिक व कामगार घर वापस लौटने से वंचित हो गए।
कांग्रेस आरोप लगाती रही है कि अनियोजित लॉकडाउन ने प्रवासी मजदूरों और गरीबों को बुरी तरह प्रभावित किया है। हालांकि, गरीबों की कथित दुर्दशा के मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस रणनीति तौर पर केंद्र सरकार के साथ सीधे टकराव से बचना भी चाहती है। सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर सभी खातों में 7,500 रुपये हस्तांतरित करने समेत कई उपाय सुझाए हैं। राहुल के साथ बातचीत में अभिजीत बनर्जी ने गरीबों के बैंक खातों में 10,000 रुपये हस्तांतरित करने की सलाह दी थी, ताकि अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट सके।