छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर छापे
कोयला घोटाले में ED ने लिया ऐक्शन
अधिवेशन से पहले बढ़ी मुसीबत
National Desk: छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को ईडी की ओर से कई कांग्रेस नेताओं के घरों और दफ्तरों पर छापे मारे गए हैं। जानकार सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में 14 स्थानों पर छापेमारी की गई है। ईडी की ओर से की गई छापेमारी की टाइमिंग भी काफी महत्वपूर्ण है।
राजधानी रायपुर में 24 फरवरी से कांग्रेस का अधिवेशन शुरू होने वाला है। तीन दिवसीय यह अधिवेशन 26 फरवरी तक चलेगा। अधिवेशन की शुरुआत से पूर्व ईडी की ओर से की गई छापेमारी से कांग्रेस नेताओं की मुसीबत बढ़ गई है। छापेमारी की खबर मिलने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेताओं की अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में छापेमारी से पैदा हुए हालात पर चर्चा की गई है।
छत्तीसगढ़ में 14 स्थानों पर छापेमारी
ईडी की ओर से कोयला घोटाले के संबंध में आज बड़ी कार्रवाई की गई है। ईडी ने इससे पूर्व 13 जनवरी को छत्तीसगढ़ के कई शहरों में छापेमारी की थी। इस दौरान कई नेताओं, कारोबारियों और आईएएस पर शिकंजा कसा गया था। अब ईडी ने सोमवार को राज्य में 14 स्थानों पर छापेमारी की है। सूत्रों के मुताबिक कई कांग्रेसी नेताओं के अंदर तारों और घरों पर भी छापेमारी की खबर है। राजधानी रायपुर के अलावा दुर्ग जिले में भी ईडी की टीम की ओर से छापे मार कर जांच पड़ताल की जा रही है।
जानकार सूत्रों के मुताबिक ईडी की ओर से जिन नेताओं के घरों पर छापे मारे गए हैं, उनमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव, श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष सुशील अग्रवाल, कांग्रेस नेता विनोद तिवारी और आरपी सिंह आदि शामिल हैं।
ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि कई वरिष्ठ नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। अधिकारी ने बताया कि यह छापेमारी कोयला घोटाले के सिलसिले में की गई है। ईडी के सूत्रों के मुताबिक नेताओं, कारोबारियों और वरिष्ठ अफसरों की मिलीभगत से राज्य में प्रति टन कोयले की ढुलाई में 25 रुपए की अवैध उगाही का आरोप है। इस अवैध उगाही के जरिए 2021 में 500 करोड़ रुपए की अवैध वसूली किए जाने का आरोप है।
इस अवैध उगाही में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के शामिल होने का आरोप है। पिछले साल अक्टूबर महीने के दौरान कोयला घोटाले में ईडी की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई थी। इस दौरान ईडी ने चार करोड़ रुपए कैश, करोड़ों के सामान और अन्य दस्तावेज बरामद किए थे। गत जनवरी महीने में भी ईडी की ओर से छापेमारी की कार्रवाई की गई थी।
ईडी की छापेमारी से पैदा हुए हालात पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेताओं की आपात बैठक बुलाई। बैठक के दौरान मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री बघेल का कहना है कि ईडी की ओर से बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है। वे पहले भी आरोप लगा चुके हैं कि केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 24 फरवरी से कांग्रेस के अधिवेशन की शुरुआत होने वाली है। अधिवेशन से पहले ईडी की ओर से की गई इस कार्रवाई को लेकर हड़कंप मच गया है। इस अधिवेशन में करीब दस हजार प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की संभावना है।