एमसीडी में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव से पहले आप को झटका
बवाना पार्षद पवन सहरावत ने आप पार्टी छोड़ थामा बीजेपी के दामन
बुधवार और गुरूवार को हुआ था भारी हंगामा
National Desk. मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होना है। इसे लेकर भी आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच जोर आजमाइश चल रही है। स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव से पहले बीजेपी ने आप में सेंध लगाई है। आम आदमी पार्टी के बवाना से पार्षद पवन सहरावत ने आज यानी शुक्रवार को बीजेपी ज्वाइन कर लिया है। दिल्ली बीजेपी चीफ वीरेंद्र सचदेवा की उपस्थिति में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
मोदी सरकार के विकास कार्यों से प्रभावित होकर और AAP की गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार और केजरीवाल सरकार की दमनकारी नीतियों से परेशान होकर बवाना वार्ड-30 से आम आदमी पार्टी के पार्षद श्री पवन सहरावत ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। pic.twitter.com/7qTJxtWMTh
— Virendraa Sachdeva (मोदी का परिवार ) (@Virend_Sachdeva) February 24, 2023
दिल्ली नगर निगम में बुधवार को मेयर के चुनाव के बाद स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव शुरू हुआ। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। आम आदमी पार्टी और बीजेपी के पार्षदों के बीच मारपीट शुरू हो गई। देखते ही देखते पूरा सदन युद्धस्थल में तब्दील हो गया। दोनों दलों के पार्षद एक – दूसरे के खून के प्यासे हो गए। सदन में बोतलें फेंकी गईं और बैलेट बॉक्स पलट दिया गया। धक्का-मुक्की और मारपीट में पुरूष के साथ – साथ महिला पार्षद भी शामिल थे। हंगामे के कारण बुधवार और गुरूवार को चुनाव नहीं हो पाया। जिसके बाद आज यानी शुक्रवार की तारीख तय की गई।
बीजेपी पार्षदों पर बरसीं दिल्ली की मेयर
दिल्ली में मेयर पद के लिए चुनी गईं शैली ओबरॉय ने सदन में हंगामे और मारपीट के लिए बीजेपी पार्षदों को लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि सिविक सेंटर में बुधवार से लेकर गुरूवार तक जितना भी नुकसान हुआ है, उसका खर्चा वीडियो फुटेज देखकर वसूला जाएगा। जिसने जितना नुकसान किया है, उससे उतना वसूला जाएगा। दिल्ली की मेयर ने कहा कि बीजेपी के पार्षदों ने सदन का सम्मान नहीं किया। ये बहुत शर्मनाक है।
आपको बता दें कि स्थायी समिति (स्टैंडिंग कमेटी) में कुल 18 सदस्य होते हैं, जिनमें 6 पार्षदों द्वारा चुने जाते हैं तो 12 एमसीडी के अलग-अलग जोन से चुने जाते हैं। गौरतलब है कि एमसीडी में स्थायी समिति के पास काफी ताकत होती है। इसके चेयरमैन मेयर से कम पॉवर नहीं रखते हैं। यही वजह है कि आप और बीजेपी दोनों किसी भी कीमत पर इस पर अपना कब्जा चाहते हैं।