मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर निशाना साधा
आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के साथ संबंध रखने वाले नहीं आए
भाजपा को बैकफुट पर लाने की रणनीति थी: शिंदे
महाराष्ट्र डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य विधानसभा के बजट सत्र की पूर्व संध्या पर परंपरागत चाय पार्टी का बहिष्कार करने पर रविवार को विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि अच्छी बात है कि आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के साथ संबंध रखने वाले नहीं आए। राज्य विधानसभा के सोमवार को शुरू हो रहे बजट सत्र का समापन 25 मार्च को होगा। विपक्षी दलों- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना और कांग्रेस ने रविवार को सरकार द्वारा आयोजित चाय पार्टी का बहिष्कार किया।
शिंदे संभवत: राज्य के पूर्व मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक का परोक्ष जिक्र कर रहे थे जो दाऊद इब्राहिम और उसके साथियों की गतिविधियों से जुड़े धनशोधन के मामले में पिछले साल गिरफ्तारी के बाद से जेल में हैं।
मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ राकांपा नेता तथा पूर्व उप मुख्यमंत्री अजित पवार पर भी निशाना साधा।उन्होंने कहा, ‘‘अजित पवार कह रहे हैं कि मैंने अपनी निष्ठा बदल ली लेकिन उन्हें नहीं भूलना चाहिए कि मैं उसी राह पर चल रहा हूं जो बालासाहेब ठाकरे ने हमें दिखाई थी। हमें शिवसेना नाम और धनुष बाण आवंटित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले से भी यह साबित होता है।’’
इस साल जनवरी में फडणवीस ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे की सरकार उन्हें गिरफ्तार करने की साजिश रच रही थी। हालांकि उद्धव सरकार में गृह मंत्री रहे एनसीपी के दिलीप वालसे पाटिल ने भाजपा नेता के दावे का खंडन किया था।
सीएम ने कहा कि वह फडणवीस और महाजन को गिरफ्तार करने की अघाड़ी सरकार की चल रही साजिश का गवाह थे। तत्कालीन सरकार ने महाजन के खिलाफ महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट 1999 लागू करने की भी साजिश रची थी।
उन्होंने कहा, ‘‘अजित पवार कह रहे हैं कि मैंने अपनी निष्ठा बदल ली लेकिन उन्हें नहीं भूलना चाहिए कि मैं उसी राह पर चल रहा हूं जो बालासाहेब ठाकरे ने हमें दिखाई थी। हमें शिवसेना नाम और धनुष बाण आवंटित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले से भी यह साबित होता है।”