भारत समग्र जल संसाधन प्रबंधन के साथ एक अग्रणी देश बनकर उभरा है
भारत हम सभी को प्रेरित करता है
आकलन और जल संसाधनों के एकीकरण का मुआयना करने के लिए टेनेसी में नॉक्सविले की यात्रा की
वाशिंगटन। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारत समग्र जल संसाधन प्रबंधन के साथ एक अग्रणी देश बनकर उभरा है और दुनिया, खासतौर पर विकासशील देश इससे प्रभावित हैं तथा इस तरह के मुद्दों पर उसकी मदद चाहते हैं। शेखावत ने को दिये साक्षात्कार में कहा कि ये देश जल संरक्षण और संसाधन प्रबंधन में भारत के उठाये कदमों को देखकर चकित हैं।
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जोधपुर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद विश्व बैंक द्वारा यहां आयोजित विश्व जल सप्ताह कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आये हैं। तीन साल के अंतराल के बाद कार्यक्रम का प्रत्यक्ष आयोजन किया जा रहा है जिसमें पानी से जुड़े विषयों पर चर्चा करने के लिए 400 से अधिक वैश्विक विशेषज्ञ जुटे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने समारोह में अपने संबोधन में पिछले कुछ साल में इस क्षेत्र में भारत द्वारा उठाये गये महत्वपूर्ण कदमों को गिनाया। घाना की स्वच्छता और जल संसाधन मंत्री सेसिलिया आब्नेया डापाह ने द्विपक्षीय बैठक में पानी से जुड़े मुद्दों पर चुनौतियों से निपटने में भारत से सहायता मांगी। शेखावत ने डापाह के हवाले से कहा,‘‘भारत हम सभी को प्रेरित करता है।’’
उन्होंने कहा कि सोमवार को बैठक में अन्य प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों ने भी इसी तरह की राय व्यक्त की। शेखावत ने मंगलवार को टेनेसी घाटी प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे बांधों के सुरक्षा प्रबंधन के आकलन और जल संसाधनों के एकीकरण का मुआयना करने के लिए मंगलवार को टेनेसी में नॉक्सविले की यात्रा की।
पश्चिम बंगाल और झारखंड में दामोदार घाटी निगम इसी तरह की परियोजना है जो इससे प्रेरित है। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने के मार्ग में जल उपलब्धता चुनौती नहीं बने, इसके लिए कदम उठाये जा रहे हैं।
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