किरण रेड्डी के इस्तीफे से लगा कांग्रेस को बड़ा झटका
भाजपा में शामिल हो सकते हैं आंध्र के पूर्व सीएम किरण रेड्डी
अविभाजित आंध्र प्रदेश के अंतिम सीएम
National Desk: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एन किरण कुमार रेड्डी के इस्तीफे से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। रेड्डी को आंध्र प्रदेश का कद्दावर नेता माना जाता रहा है और अब उनके भाजपा में शामिल होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक भाजपा की ओर से उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में लाने और अच्छा पद देने का वादा किया गया है। हालांकि रेड्डी और भाजपा की ओर से अभी तक इस बाबत कोई बयान नहीं जारी किया गया है। रेड्डी ने 2018 में कांग्रेस में वापसी की थी मगर अब उन्होंने एक बार फिर पार्टी से किनारा कर लिया है। देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले उनका इस्तीफा कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
किरण कुमार रेड्डी अविभाजित आंध्र प्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री थे। उन्होंने 11 नवंबर 2010 को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी। बाद में कांग्रेस सरकार की ओर से आंध्र प्रदेश का दो भागों तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में विभाजन किया गया था।रेड्डी कांग्रेस की ओर से उठाए गए इस कदम से सहमत नहीं थे और इसके खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। केंद्र की ओर से इस बाबत लाए गए विधेयक के खिलाफ उन्होंने राज्य विधानसभा में प्रस्ताव भी पारित कराया था।
2018 में की थी कांग्रेस में वापसी
रेड्डी ने 2014 में कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद जय समैक्य आंध्र पार्टी नाम से क्षेत्रीय दल का गठन भी किया था। 2014 में हुए आम चुनावों में उनकी क्षेत्रीय पार्टी ने भी किस्मत आजमाई थी मगर पार्टी को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद कुछ समय के लिए रेड्डी ने राजनीति से दूरी बना ली थी। 2018 में उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस में वापसी की थी।
कांग्रेस में वापसी के बाद पार्टी नेताओं की ओर से उनसे राजनीति में सक्रिय होने का अनुरोध किया गया था मगर रेड्डी कांग्रेस की गतिविधियों में हमेशा निष्क्रिय बने रहे। यहां तक कि 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी उन्होंने सक्रियता नहीं दिखाई।
कांग्रेस में वापसी करने के पांच साल बाद अब उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस से किनारा कर लिया है। रेड्डी के करीबी सूत्रों का कहना है कि अब उनके भाजपा में शामिल होने की संभावना है। जानकार सूत्रों के मुताबिक उनकी इस बाबत भाजपा नेताओं से चर्चा भी हुई है। हालांकि उन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। अपने भविष्य की सियासी योजनाओं को लेकर रेड्डी ने अभी तक चुप्पी साध रखी है।