:विद्युत आपूर्ति ठप न हो जिलों में कलेक्टर और एसपी ने संभाली कमान
हड़ताल का विद्युत आपूर्ति पर दिखने लगा असर
बिजली कर्मचारियों के समर्थन में प्रदर्शन
Up desk. उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर दिया है। सूबे के करीब 1 लाख विद्युत कर्मचारी गुरूवार रात 10 बजे से कार्य बहिष्कार पर हैं। सरकार और बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से विद्युत आपूर्ति ठप न इसके लिए जिले के कलेक्टर और एसपी मैदान में उतर गए हैं।
सभी जिलों के डीएम और पुलिस कप्तान विद्युत आपूर्ति निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए बिजली उपकेंद्रों का दौरा कर रहे हैं। महोबा समेत अन्य जिलों के जिलाधिकारियों ने बकायदा बिजली उपकेंद्रों पर मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी है। इनके साथ-साथ पुलिस और टेक्निकल अधिकारियों, रिटायर्ड कर्मियों को भी लगाया गया है।
महोबा डीएम मनोज कुमार ने हड़ताल को लेकर कड़ा रूख अपनाते हुए 12 संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। उनकी जगह पर 40 नए संविदाकर्मियों की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया है। बिजली उपेकेंद्रों पर काम रहे उन कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए पुलिस की तैनाती की गई है, जिन्होंने हड़ताल से खुद को अलग कर रखा है।
बिजली कर्मचारियों के 72 घंटे के हड़ताल का असर अब विद्युत आपूर्ति पर दिखने लगा है। प्रदेश के कई जिलों से लाइट कटौती की खबरें आ रही हैं। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 10 हजार से अधिक लोग बिजली कटौती से परेशान हैं।
बिजली कर्मचारियों के समर्थन में प्रदर्शन
यूपी के बिजलीकर्मियों की हड़ताल को देश के अन्य प्रांतों के बिजलीकर्मियों की ओर से भी समर्थन मिल रहा है। देश के अन्य राज्यों में लाखों की संख्या में बिजलीकर्मी सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। एनसीसीओईईई के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर शांतिपूर्ण ढ़ंग से आंदोलन कर रहे यूपी के बिजलीकर्मियों का उत्पीड़न किया गया तो देशभर के 27 लाख बिजलीकर्मी चुप नहीं बैठेंगे।
ऊर्जा मंत्री ने फिर दी चेतावनी
ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा का हड़ताल पर गए बिजली कर्मचारियों के प्रति कड़ा रूख कायम है। उन्होंने एकबार फिर चेतावनी देते हुए कहा कि बिजली सप्लाई में बाधा बनने वाले कर्मचारियों को पाताल से खोजकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिजली कर्मचारियों और नेताओं की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि जो लोग कानून हाथ में ले रहे हैं, उनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।