अमित शाह ने अडानी मामले पर तोड़ी चुप्पी
अगर कुछ गलत हुआ है तो बख्शा नहीं जाना चाहिए
किसी के पास सबूत है तो न्यायालय के सामने पेश किया जाना चाहिए
विपक्ष बातचीत करेगा तो हल होगा गतिरोध
नेशनल डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक निजी कार्यक्रम में कहा कि अडानी मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने जांच समिति का गठन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कुछ गलत हुआ है तो बख्शा नहीं जाना चाहिए। देश में अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है. अब इस मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुप्पी तोड़ी है। इस विवाद की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) बनाने की विपक्ष की मांग पर अमित शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से पहले ही इस मामले का संज्ञान लिया जा चुका है और कोर्ट ने एक जांच समिति का गठन भी किया है। उन्होंने कहा कि गर कुछ गलत हुआ है तो किसी को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग ने लगाए थे गड़बड़ी के आरोप
अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले समूह के खिलाफ धोखाधड़ी लेनदेन और शेयर मूल्य में हेरफेर सहित कई आरोप लगाए जाने के बाद अदाणी समूह के शेयरों में गिरावट आई थी, हालांकि समूह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बताते हुए खारिज कर दिया था। इस मामले में अदाणी समूह ने कहा है कि वह सभी कानूनों और नियामकीय जरूरतों का पालन करता है।
शाह बोले- अगर किसी के पास सबूत है तो न्यायालय के सामने पेश किया जाना चाहिए
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमारी सरकार को इस मामले में कोई भ्रम नहीं है। हमारा कहना है कि उच्चतम न्यायालय ने इसकी जांच के लिए एक समिति गठित की है और लोगों को न्यायिक प्रक्रिया पर भरोसा करना चाहिए।’ शाह ने कहा कि अगर किसी के पास सबूत है तो उसे उच्चतम न्यायालय की समिति के समक्ष पेश करना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि अगर कुछ गलत हुआ है तो किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए और सभी को न्यायिक प्रक्रिया पर भरोसा करना चाहिए।
विपक्ष बातचीत करेगा तो हल होगा गतिरोध
शाह ने कहा कि अगर विपक्ष बातचीत के लिए आता है तो संसद में मौजूदा गतिरोध को हल किया जा सकता है। अगर विपक्ष “दो कदम आगे” बढ़ता है तो सरकार “दो कदम आगे” बढ़ेगी. शाह ने यह भी कहा कि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जो राजनीति से ऊपर हैं और यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी विदेशी जमीन पर घरेलू राजनीति पर चर्चा करने से इनकार कर दिया था।
‘दोनों पक्षों को एक दूसरे से बात करना जरूरी’
शाह ने कहा दोनों पक्षों (बीजेपी और कांग्रेस) के अध्यक्षों को सामने बैठने और चर्चा करने दें। उन्हें दो कदम आगे आना चाहिए और हम दो कदम आगे बढ़ेंगे। फिर संसद चलना शुरू हो जाएगी लेकिन आप बस प्रेस कॉन्फ्रेंस करें और कुछ न करें, यह ऐसे नहीं चल सकता। गृह मंत्री ने कहा कि केवल सत्ता पक्ष या केवल विपक्ष से संसदीय प्रणाली नहीं चल सकती क्योंकि दोनों को एक-दूसरे से बात करनी होती है।