प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार केंद्र का उद्घाटन
कार्यक्रम के दौरान भारत 6-जी विजन डॉक्यूमेंट का अनावरण
तकनीकी दूरियों को कम करने में वैश्विक दक्षिण की अहम भूमिका
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत में अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ के नए क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान भारत 6-जी विजन डॉक्यूमेंट (दृष्टिपत्र) का अनावरण और 6-जी अनुसंधान और विकास केंद्र का शुभारंभ भी किया।
बता दें कि, इस कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों के सूचना प्रौद्योगिकी/दूरसंचार मंत्री, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के महासचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी, भारत में संयुक्त राष्ट्र/अन्य अंतरराष्ट्रीय निकायों के प्रमुख, राजदूत, उद्योग जगत के नेता, स्टार्ट-अप और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम-एमएसएमई, शिक्षा जगत के प्रतिनिधि, विद्यार्थी और अन्य हितधारक भाग लेंगे।
संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा?
इस दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत जी20 बैठक की अध्यक्षता कर रहा है और क्षेत्रीय दूरियों को कम करना हमारी प्राथमिकता है। तकनीकी दूरियों को कम करने में वैश्विक दक्षिण की अहम भूमिका है। आईटीयू का एरिया ऑफिस और इनोवेशन सेंटर इसमें काफी अहम साबित होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में हर महीने 800 करोड़ रुपए के यूपीआई आधारित भुगतान होते हैं। हर दिन 7 करोड़ ई-अथॉन्टिकेशन होते हैं। 28 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के जरिए नागरिकों के बैंक खातों में भेजे गए हैं। 5जी के शुरू होने के 6 महीने में ही हम 6जी टेक्नोलॉजी के बारे में भी बात कर रहे हैं। यह भारत के विश्वास को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि टेलीकॉम तकनीक सिर्फ ताकत दिखाने का तरीका नहीं है बल्कि यह लोगों को सशक्त बनाने का मिशन है। भारत में 125 शहरों में 5जी कनेक्शन शुरू हो गए हैं। भारत में 100 5जी लैब देशभर में बनाए जाएंगे।