शरद पवार ने साधा पीएम मोदी पर निशाना
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत का दावा
विपक्षी एकता के नीतीश के प्रयासों को दिया समर्थन
National Desk: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार ने कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने धार्मिक नारे लगाए जबकि हमने धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा को स्वीकार किया है। चुनाव के दौरान धार्मिक और मुद्दे उठाकर अलग तरह का माहौल बनाना अच्छी बात नहीं है।
महाराष्ट्र के सियासी दिग्गज ने दावा किया कि कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जीत हासिल होगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक से मिल रही खबरों के मुताबिक वहां कांग्रेस ज्यादा मजबूत स्थिति में है। उन्होंने देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से विपक्षी एकजुटता के लिए किए जा रहे प्रयासों को भी पूरा समर्थन दिया।
पीएम मोदी पर साधा निशाना
एनसीपी के मुखिया ने एक क्षेत्रीय चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के भाषणों पर मुझे हैरानी हुई है। उन्होंने कहा कि अपने भाषणों के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने धार्मिक नारे लगवाए जो कि अच्छी बात नहीं है।
देश के संविधान का जिक्र करते हुए पवार ने कहा कि हमारे यहां धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा को स्वीकार किया गया है। इस कारण जन सभाओं के दौरान धार्मिक नारे लगवाना और धार्मिक मुद्दे उछालना उचित बात नहीं है।
कर्नाटक में कांग्रेस को जीत मिलने का दावा
उन्होंने कहा कि कर्नाटक से मिल रही खबरों के मुताबिक वहां कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रहेगी। भाजपा की तमाम कोशिशों के बावजूद कांग्रेस कर्नाटक में ज्यादा मजबूती स्थिति में दिख रही है। उन्होंने कहा कि देश में पांच-छह भाजपा शासित राज्यों को छोड़कर हर राज्य में गैर भाजपाई सरकारें हैं। उन्होंने केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना आदि राज्यों का जिक्र करते हुए कहा कि इन राज्यों में भाजपा कोई बड़ी ताकत नहीं है। अब कर्नाटक में भी भाजपा के हाथों से सत्ता छिनने वाली है।
महाराष्ट्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे की बगावत के कारण भाजपा यहां सत्ता में आने में कामयाब रही है। मध्यप्रदेश में भी भाजपा विधायकों की खरीद-फरोख्त के जरिए कमलनाथ को हटाकर अपनी सरकार बनाने में कामयाब रही।
नीतीश कुमार के प्रयासों को दिया समर्थन
देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए पवार ने कहा कि सभी की इच्छा है कि राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों के बीच एकजुटता कायम हो। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस दिशा में काम कर रहे हैं और उन्होंने हाल के दिनों में कुछ राज्यों का दौरा भी किया है। हम सभी की सोच है कि विपक्ष की एकजुटता के प्रयासों को और तेजी से आगे बढ़ाया जाए। चुनाव के जरिए देश में बदलाव लाने के सभी प्रयासों को मेरा पूरा समर्थन है और मैं इस दिशा में की जा रही पहल को आगे बढ़ाने की कोशिश करूंगा।
एमवीए की एकजुटता पर जोर
उन्होंने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) की एकजुटता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि एमवीए में शामिल तीनों दलों को चुनाव के मद्देनजर चर्चा शुरू करनी चाहिए। यदि उन्हें लगता है कि चुनाव समय से पहले कराए जा सकते हैं तो सीटों के बंटवारे पर पहले चर्चा की जानी जरूरी है।
पवार ने हाल में एनसीपी मुखिया के पद से इस्तीफा देकर महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल खड़ा कर दिया था। हालांकि बाद में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के दबाव में उन्होंने इस्तीफा वापस लेने का ऐलान किया। अब सबकी निगाहें पवार के अगले सियासी कदम पर टिकी हुई हैं। अब यह देखने वाली बात होगी कि अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पवार क्या सियासी रणनीति अपनाते हैं।