कजरी तीज शुभ मुहूर्त (Kajari Teej Shubh Muhurat)
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार के कई क्षेत्रों में मनाया जाने वाला यह त्योहार सौभाग्यवती स्त्रियों के लिए बहुत मायने रखता है। ऐसी मान्यता है कि जो भी स्त्री इस दिन अपने पति का हित चाहकर सच्चे मन से कजरी तीज का व्रत कर नीमड़ी माता की पूजा करती है। उसका पति जीवन के हर क्षेत्र में विजय हासिल करता है। साथ ही उसे भगवान शंकर से लम्बी उम्र और सेहत का आशिर्वाद मिलता है। कुवांरी कन्याएं भी जल्दी शादी होने और अच्छे जीवनसाथी की इच्छा रखकर इस व्रत को करती हैं। माना जाता है कि इस व्रत को करने से भगवान शिव अपने भक्त से रीझ कर उन्हें सच्चा जीवनसाथी मिलने का वरदान देते हैं।
कजरी तीज पूजा विधि (Kajari Teej Puja Vidhi)
- सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें। स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। साथ ही श्रृंगार भी अवश्य करें।
- इस दिन नीमड़ी माता की पूजा करें। उनके समक्ष दीपक जलाकर उन्हें श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
- साथ ही जल, रोली और चावल अर्पित करें।
- देवी का पूजन करने के बाद लाल फूल, लाल मिठाई और दक्षिणा चढ़ाएं।
- पूजा होने पर सास-ससुर या सास सामान किसी व्यक्ति का आशिर्वाद लें।
- इसके बाद सास को भी दक्षिणा दें। साथ ही मिठाई का दान करें।