संतकबीरनगर, यूपी: चाल चरित्र चेहरा के जिस नारे को अपना आधार बताने से थकती नहीं है, उसकी बानगी या यों कहें उसकी हकीकत संतकबीर नगर में सरेआम देखने को मिली। संतकबीर में बुधवार 6 मार्च को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना समिति की बैठक चल रही थी। इसी दौरान शिलापट्ट पर नाम लिखने की बात को लेकर सांसद शरद त्रिपाठी और मेंहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल आपस में भिड़ गए। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों एक दूसरे को देख लेने की धमकी देने लगे। यह सब हो ही रहा था कि सांसद शरद त्रिपाठी ने अपने पैर से जूता निकाला और विधायक पर जूतों की बरसात कर दी। बगल में मौजूद धनघटा विधायक श्रीराम चौहान, प्रदेश सरकार के प्राविधिक शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन, डीएम रवीश कुमार गुप्ता आदि यह घटना देख आवाक रह गए।
मंत्री, डीएम व विधायक ने बीच बचाव कराया। इसके तुरंत बाद मंत्री बैठक छोड़कर लखनऊ लौट गए। बैठक समाप्त हो गई। एक कमरे में जाकर सांसद ने खुद को अंदर बंद लिया जबकि विधायक अपने समर्थकों समेत परिसर में ही खड़े रहे। डीएम रवीश कुमार गुप्ता मामले को शांत कराने में जुटे हुए थे। मारपीट की घटना के बाद विधायक के समर्थक मौके पर जुट गए और सांसद के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पार्टी की तरफ से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है, बताया जा रहा है कि सांसद और विधायक के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।