आज नहीं है कोई व्रत व त्यौहार
मूल नक्षत्र में आज ये काम करना होता है शुभ
धर्म डेस्क: आज 28 अगस्त 2020, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इसके अलावा आज मूल नक्षत्र तथा प्रीति योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में तमाम नक्षत्रों तथा योग आदि के बारे में बताया है। यानि कौन से नक्षत्र कौन से युग में कौन सा कार्य करना जातक के लिए शुभ व अशुभ होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नक्षत्र मंडल में मूल नक्षत्र का 19 वां निवास स्थान है। मूल का अर्थ होता है जड़। कहा जाता है इस नक्षत्र के दौरान जन्म लेने वाले जातक को अपने जीवन में समय समय पर पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करते रहना चाहिए। इससे धन का आवागमन होता है। साथ ही साथ जातक को अपने जीवन की कठिन से कठिन मंजिल को पाने में सफलता हासिल होती है।
इस नक्षत्र का स्वामी केतु ग्रह को माना गया है। इस नक्षत्र में पैदा होने वाले बच्चे पर केतु और गुरु का प्रभाव जीवन भर रहता है। के तू जहां एक तरफ नकारात्मक घटनाओं को को जन्म देता है तो वही गुरु जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का विकास करता है।
यहां जानें आज का पंचांग-
सूर्योदय-06:23 ए एम
सूर्यास्त-06:56 पी एम
चन्द्रोदय-03:25 पी एम
चन्द्रास्त-02:39 ए एम, अगस्त 29
शक सम्वत-1942 शर्वरी
विक्रम सम्वत-2077 प्रमाथी
गुजराती सम्वत-2076 विरोधकृत्
अमान्त महीना-भाद्रपद
पूर्णिमान्त महीना-भाद्रपद
वार-शुक्रवार
पक्ष-शुक्ल पक्ष
तिथि-दशमी – 08:38 ए एम तक
नक्षत्र-मूल – 12:38 पी एम तक
योग-प्रीति – 04:05 पी एम तक
करण-गर – 08:38 ए एम तक
द्वितीय करण-वणिज – 08:24 पी एम तक
सूर्य राशि-सिंह
चन्द्र राशि-धनु
राहुकाल-11:05 ए एम से 12:39 पी एम
गुलिक काल-07:57 ए एम से 09:31 ए एम
यमगण्ड- 03:48 पी एम से 05:22 पी एम
अभिजित मुहूर्त-12:14 पी एम से 01:05 पी एम
दुर्मुहूर्त-08:53 ए एम से 09:44 ए एम
दुर्मुहूर्त-01:05 पी एम से 01:55 पी एम
वर्ज्य-11:02 ए एम से 12:38 पी एम
वर्ज्य-10:24 पी एम से 12:01 ए एम, अगस्त 29