- प्रवासी मजदूरों को यूपी सरकार की सौगात
- लखनऊ विकास प्राधिकरण को सौंपी जिम्मेदारी
- अब तक का पहला ऐसा कॉम्प्लेक्स
नेशनल डेस्क: कोरोना संक्रमण के व्यापक रूप से फैलने के कारण देश कई कठिन परेशानियों से जूझ रहा है। इसी बीच योगी सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए बड़ा कदम उठाया है।
प्रवासी मजदूरों के सिर पर छत मुहैया कराने के लिए यह है सरकार की प्लानिंग
यूपी सरकार प्रवासी मजदूरों के लिए रेंटल कॉम्प्लेक्स बनाने जा रही है। इनमें कामगारों, छात्रों और कम आय वर्ग के लोगों को सस्ते किराये पर रहने की सुविधा दी जाएगी। कोरोना संक्रमण की वजह से अर्थव्यवस्था में आई मंदी का असर कम करने के उपायों के तहत लखनऊ में कम कीमत के मकान बनाने की योजना शुरू की जा चुकी है। इसका किराया सिर्फ 5 हजार रुपये प्रति महीना हो सकता है।
प्रवासी मजदूरों, छात्रों और नर्सों को दी जाएगी प्राथमिकता
अब तक का पहला ऐसा कॉम्प्लेक्स लखनऊ के ऐशबाग में बनाया जाएगा। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने आर्किटेक्चर और कंस्लटेंट कंपनियों से बातचीत की प्रक्रिया पूरी कर ली है। इस काॅम्प्लेक्स में प्रवासी मजदूरों, नर्स, छात्रों, फैक्ट्रियों में काम करने के लिए बाहर से आए लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कॉम्प्लेक्स बनाने का बेड़ा उठाया
कोरोना संक्रमण में रियल एस्टेट में आयी मंदी को खत्म करने के लिए ने ऐशबाग में कम कीमत के फ्लैट बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। प्राधिकरण ने ऐशबाग के औद्योगिक क्षेत्र में खाली पड़ी जमीन पर 600 फ्लैट बनाने की योजना बनायी है। इन फ्लैटों के आवंटियों को प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत मिलने वाले लाभ के साथ ही जीएसटी में छूट भी दी जाएगी।इससे ये फ्लैट सस्ते पड़ सकते हैं।
जीएसटी में मिल सकती है छूट…
प्राधिकरण के मुताबिक, 90 वर्गमीटर और 45 लाख रुपये से कम कीमत होने से जीएसटी केवल एक फीसदी ही देना होगा। केवल इतना ही नहीं, पीएमएवाई में होम लोन पर सब्सिडी भी मिलेगी। इससे आवंटियों को सीधे तौर पर करीब तीन लाख रुपये तक का फायदा हो सकता है।